कैलेंडर मामले में pm मोदी कर सकते हैं अधिकारियों पर कार्रवाई

नई दिल्ली। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के कैलेंडर और डायरियों पर बिना अनुमति प्रयोग के कारण प्रधानमंत्री कार्यालय नाराज है। इतना ही नहीं इस मामले में सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय से पीएमओ ने जवाब मांगा है।

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अंग्रेजी अखबार इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले से जुड़े वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी इससे नाराज हैं। बता दें कि इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत तमाम विपक्ष ने सरकार और पीएम मोदी की आलोचना की थी। अखबार के अनुसार वरिष्ठ अधिकारियों ने नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि बिना अनुमति के किसी सरकारी या निजी संस्था की ओर प्रधानमंत्री की फोटो का इस्तेमाल का यह कोई पहला मामला नहीं है।

इतना ही नहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां तक कहा कि पीएम को खुश करने या उनके नजदीक दिखने के लिए ऐसा पहली बार नहीं हुआ। अधिकारी ने यह भी कहा कि रिलायंस जियो और पेटीएम के विज्ञापन में भी पीएम की फोटो का प्रयोग बिना अनुमति के किया गया था। बता दें कि खादी ग्रामोद्योग के जिन कैलेंडर और डायरियों पर अब तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर लगा करती थी, इस बार उसकी जगह पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर ने ले ली थी। इसकी पुष्टि खुद खादी ग्रामोद्योग के आधिकारिक सूत्रों ने की थी। जैसे ही आयोग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने कैलेंडर के कवर पर पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर देखी तो वह हैरान रह गए थे।

कैलेंडर के कवर पर लगी तस्वीर में पीएम नरेंद्र मोदी चरखा चलाते दिख रहे हैं। जब इस बारे में आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना से बात की गई थी तो उन्होंने कहा था कि इसमें हैरान होने की कोई बात नहीं है। इससे पहले भी इस तरह होता रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी खादी ग्रामोद्योग की आत्मा हैं और उन्हीं के आदर्शों और विचारों पर खादी ग्रामोद्योग आधारित है, ऐसे में यह सवाल ही नहीं पैदा होता कि उन्हें नजरअंदाज किया जा सकता है। पीएम मोदी की तस्वीर छापे जाने पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भी काफी समय तक खादी पहनते रहे हैं और खादी में एक खास स्टाइल विकसित क्या है। वे बोले कि उन्होंने न सिर्फ भारतीयों, बल्कि विदेशियों को भी खादी की ओर आकर्षित किया है।

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