कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने राजीव गांधी को लेकर सुखबीर बादल पर झूठ बोलने का लगाया आरोप

पंजाब में राजीव गांधी पर राजनी‍ति गर्मा गई है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा पंजाब सरकार पर सरकारी खर्च पर राजीव गांधी का जन्‍मदिन मनाने का आरोप लगाने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार किया है। कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि सुखबीर राजीव गांधी को लेकर झूठी बयानबाजी कर सिख समुदाय को उकसाने और बांटने की साजिश रच रहे हैं। कैप्टन ने सुखबीर से पूछा कि राजीव तो 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बन गए, लेकिन आप तो 57 साल में मुख्यमंत्री भी नहीं बन पाए।

कहा- राजीव 40 साल में पीएम बन गए, आप तो 57 साल में सीएम भी नहीं बन पाए

उल्लेखनीय है कि सुखबीर ने एक दिन पहले कहा था कि प्रदेश सरकार राजीव गांधी का जन्मदिन सरकारी खर्च पर मनाने जा रही है, जबकि राजीव के कहने पर ही 1984 में सिखों का कत्लेआम हुआ था। राजीव गांधी की 75वीं जयंती की पूर्व संध्या पर कैप्टन ने सुखबीर को झूठा करार देते हुए कहा राजीव का नाम 1984 के दंगों के दौरान या बाद में कभी नहीं आया था।

कैप्‍टन अमरिंदर सिं‍ह ने कहा कि सुखबीर इस मुद्दे के बारे में बार-बार झूठ बोल रहे हैं और वे तथ्यों में हेरफेर करने की कोशिश कर रहे हैं। 1984 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी तब राजीव बिहार में थे और उन्होंने रेडियो पर अपनी मां की मृत्यु के बारे में सुना। कोई मोबाइल फोन आदि उपलब्ध नहीं था।

कैप्टन ने कहा कि सुखबीर सिख समुदाय के रक्षक होने का दावा करते हैं लेकिन बादल सरकार के दस वर्षों के दौरान सिखों के लिए कुछ भी नहीं किया। पंजाब गवाह है कि अकाली-भाजपा के शासन में बेअदबी की घटनाएं हुईं जिसे  रोकने में उनकी सरकार विफल साबित हुई। राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर बयानबाजी करके सुखबीर केवल अपनी नाकामियां छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

अनुच्छेद 370 पर भी अकाली दल को घेरा

मुख्यमंत्री ने अकाली दल को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मामले पर घेरते हुए कहा कि इस मामले पर अकाली दल द्वारा समर्थन देना आनंदपुर साहिब प्रस्ताव के सिद्धांतों का शर्मनाक उल्लंघन करना है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घटनाक्रम पर समर्थन देकर अकाली दल ने सिद्ध कर दिया है कि उसको देश के संघीय ढांचे और इसके संविधान के फलसफे के प्रति कोई सत्कार नहीं है। आनंदपुर साहिब का प्रस्ताव देश में मज़बूत संघीय ढांचा कायम करने के लिए राज्यों को अधिक अधिकार देने की वकालत करता था।

प्रकाश सिंह बादल द्वारा इस मामले पर साधी चुप्पी के कारण कैप्टन ने सुखबीर से पूछा कि अकाली दल अब आनंदपुर साहिब के प्रस्ताव के बारे में अपना स्टैंड स्पष्ट करे। कैप्टन ने कहा कि अकालियों ने हमेशा पंजाब के लोगों के साथ हरेक मुद्दे पर धोखा दिया है। चाहे वह एसवाइएल हो या 1984 के दंगे। यही कारण है कि लोगों ने अकाली दल को अस्वीकार कर दिया है।

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