कैप्टन अमरिंदर बोल- पंजाब में हो रही है आतंकवाद को जिंदा करने की कोशिश

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि पंजाब में आतंकवाद को फिर से जीवित करने की कोशिश हो रही है, जो बिल्कुल सही नहीं है। उन्होंने निर्देश दिया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा शुरू की गई आनलाइन नफरत की मुहिम और कट्टर हिंदुओं के एक धड़े द्वारा सिख भाईचारे और और सिखों के एक धड़े द्वारा हिंदुओं के खिलाफ शुरू की गई सांप्रदायिक मुहिम का प्रभावी तरीके से मुकाबला किया जाए।
कैप्टन अमरिंदर बोल- पंजाब में हो रही है आतंकवाद को जिंदा करने की कोशिशकैप्टन अमरिंदर सिंह वीरवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सूबे की कानून व्यवस्था का जायजा लिया। अमृतसर में हाल ही में हिंदू शिव सेना के नेता की हत्या पर चिंता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने इस मामले में पुलिस को जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस संबंध में सुरक्षा एजेंसियों ने बताया है कि सूबे में हाल में हुई हत्याओं से इस हत्या का कोई संबंध नहीं है।

अमृतसर की वारदात को लेकर पुलिस अधिकारियों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को भरोसा दिलाया कि शिनाख्त दोषियों की गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में आतंकवाद को जीवित करने की कोशिश पाकिस्तान के अलावा कनाडा, जर्मनी, यूएई, बेल्जियम, दक्षिण अफ्रीका, पुर्तगाल और सऊदी अरब में बैठे लोगों द्वारा की जा रही है। बैठक के दौराउन्होंने सोशल मीडिया के बढ़ रहे दुरुपयोग से निपटने के लिए पुलिस और खुफिया एजेंसिंयों को निर्देश जारी किए हैं।

उन्होंने आतंकियों और गैंगस्टरों व जेल स्टाफ के बीच गठजोड़ को भी तोड़ने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा है ताकि गैंगस्टरों को अपनी करतूतों के लिए जेल का इस्तेमाल करने से रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने जेलों पर कड़ी निगरानी रखने और गृह विभाग को सूबे की जेलों में खाली पदों को भरने के लिए तुरंत कदम उठाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि गैंगस्टरों में कानून का खौफ पैदा करने की जरूरत है ताकि सूबे में हर कीमत पर शांति व सद्भाव बनाए रखा जा सके।

बैठक में बैठक में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, नवजोत सिंह सिद्धू और तृप्त बाजवा  के अलावा डीजीपी सुरेश अरोड़ा, डीजीपी इंटेलिजेंस दिनकर गुप्ता, डीजीपी लॉ एंड आर्डर एचएस ढिल्लों, डीजीपी प्रशासन एमके तिवारी, डीजीपी जेल आईपीएस सहोता, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार और प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह भी उपस्थित थे।

इस साल आतंकियों के सात गिरोह खत्म किए
बैठक के दौरान डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने बताया कि इस साल मार्च से अब तक आतंकवादियों के सात गिरोहों को खत्म किया गया है और 43 आतंकी/गर्मख्याली गिरफ्तार किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में 16 विदेशियों की शिनाख्त की गई है जो अलग-अलग आतंकी जत्थेबंदियों से संबंधित हैं और आतंकी कार्रवाई में शामिल हैं। आतंकियों से 38 हथियार पकड़े गए हैं जिनमें पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा भारत भेजे गए हथियार भी शामिल हैं।

 
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