केंद्रीय मंत्री ने ‘2012 तख्तापलट’ रिपोर्ट को बताया देशद्रोह, पीएम मोदी से की जांच की मांग

विदेश राज्य मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (United Progressive Alliance) सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान वर्ष 2012 में कथित सैन्य तख्तापलट की रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उच्चस्तरीय जांच का आग्रह किया है।केंद्रीय मंत्री ने '2012 तख्तापलट' रिपोर्ट को बताया देशद्रोह, पीएम मोदी से की जांच की मांग

इतना ही नहीं, उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद संसदीय सीट से सांसद ने इस कथित सैन्य तख्तापलट की रिपोर्ट को ‘देशद्रोह’ तक बताया है। उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि यह देशद्रोह है और एक उच्चस्तरीय जांच से ऐसे लोगों का पर्दाफाश करने की जरूरत है।

गौरतलब है कि एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि संप्रग-दो के कार्यकाल में 2012 की शुरुआत में जब वह सेना प्रमुख थे तो संप्रग के कुछ नेताओं ने झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश की थी कि सेना ‘तख्तापलट’ करने की कोशिश कर रही थी। इसी के मद्देनजर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा।

विदेश राज्य मंत्री सिंह ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने 2012 में ही कहा था कि इस तरह का कुछ भी नहीं था और भारतीय सेना ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकती। उन्होंने कहा कि उस समय के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भी कहा था कि ‘ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है।’

वीके सिंह ने कहा कि उन्होंने 2013 में गृह मंत्रालय को उस रिपोर्ट के प्रकाशन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था, जिसमें सरकार को सूचित किए बिना एक ‘मुख्य सैन्य ईकाई’ के दिल्ली की ओर बढ़ने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा कि हालिया रिपोर्ट इसलिए आई है क्योंकि ‘कुछ लोगों द्वारा तथ्यों को छुपाया गया।

यह है मामला

विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जांच की बात तब सामने आई है, जब मीडिया रिपोर्ट आई कि यूपीए-2 सरकार के कार्यकाल में सेना के खिलाफ झूठी अफवाह उड़ाई गई थी कि वीके सिंह के सेना प्रमुख रहते 2012 की शुरुआत में सेना तख्तापलट की साजिश रच रही थी। जनरल सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि आप ऐसी बातों के लिए सेना को दोष नहीं दे सकते हैं। मैंने वर्ष 2012 में भी केंद्रीय गृह मंत्रलय को इस बारे में लिखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। उन्होंने तत्कालीन सरकार से अपील की थी कि गृह मंत्रलय ऐसी खबर प्रकाशित करने वालों के खिलाफ कदम उठाएं जिसमें सरकार का कोई वक्तव्य ही नहीं दिया गया। लेकिन दावा किया गया कि सेना की प्रमुख यूनिटें दिल्ली की ओर कूच कर रही हैं। पूर्व सेना प्रमुख ने जांच कराकर सच्चाई सामने लाने की अपील की, 2012 की सेना के तख्तापलट की झूठी रिपोर्ट को राजद्रोह बताया

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