कुम्भ मेला: पौष पूर्णिमा का स्नान आज, कल्पवास शुरू….

सुबह से ही मेला क्षेत्र में वाहनों की इंट्री बंद कर दी गई। पहली बार शटल बसों व ई-रिक्शा का संचालन मेला क्षेत्र में रविवार को किया गया। आज तड़के सुबह ही पौष पूर्णिमा के स्नान के चलते श्रद्धालुओं का कुम्भ में डुबकी लगाने का सिलसिला शुरू हो गया। आज पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ ही कल्पवास शुरू हो गया। आज भी लाखों श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है। श्रद्वालुओं के लिए साढ़े पांच किलोमीटर क्षेत्र के 35 घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई है।


परेड मैदान से पहले बनी पार्किंग पर बाहर से आने वाले वाहनों को रोककर 10 शटल बसों के जरिए नि:शुल्क संगम क्षेत्र तक पहुंचाया गया। इसी प्रकार अरैल क्षेत्र में भी टेंट सिटी तक 10 शटल बसों से नि:शुल्क पहुंचाया गया। उचित किराये पर ई-रिक्शा भी संचालित किए गए। कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद और डीआईजी मेला केपी सिंह ने रविवार की शाम मीडिया को बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

मेला अधिकारी के अनुसार मेला क्षेत्र में शौचालयों की इतनी व्यापक व्यवस्था है कि कहीं भी खुले में शौच नहीं हो रहा है। कहीं पर भी कूड़ा नहीं फेंका जा रहा है और कूड़े की निकासी नियमित रूप से हो रही है। श्रद्धालुओं के भोजन के लिए मेला राशन, दूध आदि की पर्याप्त व्यवस्था है। सभी कल्पवासियों के राशन कार्ड 31 जनवरी तक बनाने का लक्ष्य है। राशन की दुकानों और गोदामों की पर्याप्त व्यवस्था है।

शुद्ध पेयजल के लिए 5000 से अधिक स्टैंड पोस्ट नल लगे हैं। डीआईजी कुम्भ केपी सिंह ने बताया कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं और कल्पवासियों की सुरक्षा की लगातार निगरानी हो रही है। अग्निशमन, जल-पुलिस एवं अन्य पुलिस-बल की व्यापक व्यवस्था है।

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