काश! विजय अंधेरे में कुछ पल रुक गया होता तो शायद विजय और उसका परिवार, फिर जान से हाथ न धोता

काश! विजय अंधेरे में कुछ पल रुक गया होता। ऐसे में शायद उसकी जान नहीं जाती और आज अपने परिवार के साथ होता। आंधी और तूफान के बीच अकसर लोग लेट होने की वजह से जल्दी घर पहुंचने की कोशिश करते हैं। इस जल्दबाजी में कभी-कभार बड़े हादसे का शिकार हो जाते हैं और परिवार को जीवन भर का दर्द मिल जाता है। ऐसा ही कुछ फा‍जिल्‍का के विजय कुमार के साथ हुआ। तूफान के कारण बिजली कटने पर इनवर्टर की बैटरी लाने घर से निकला और हादसे में जान गंवा बैठा।

लोग कह रहे हैं, यदि विजय और उसका परिवार अगर कुछ पल अंधेरे में रह लेता तो शायद उसका की जान नहीं जाती। मौसम विभाग भी खराब मौसम के दौरान लोगों को सचेत करता है और सावधानियां बरतने की सलाह देता है। ट्यूशन आदि भेजने के वक्त बच्चों को खुद साथ लेकर जाएं।

दो दिन पहले तूफान के दौरान मरे विजय कुमार के छोटे भाई राजेश कुमार का कहना है कि जब तेज आंधी आई  बिजली चली गई और काफी देर तक नहीं आई। इस पर विजय बाइक लेकर बाहर निकला और अपनी दुकान से बैटरी लेने के लिए चला गया। आंधी के दौरान रास्‍ता में एक जगह पेड़ गिरने से वह उसके नीचे दब गया।

राजेश कुमार का कहना है कि अगर कुछ वक्त हम परिवार के लोग अंधेरे में बिता लेते तो शायद उसका भाई आज उनके बीच होता। फाजिल्का के गांव लालोवाली में सोमवार को तेज आंधी से दो कारें टोल टैक्स के पास आमने-सामने टकरा गई। इस हादसे में एक महिला बलविंद्र कौर गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे सिविल अस्पताल फाजिल्का दाखिल करवाया गया था। अन्य चार लोगों को हल्की चोटें आई थीं।

‘पुराने पेड़ों और बिजली की तारो से रहें दूर’ 

गांव मोहम्मद पीरां के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लेक्चरर बलजिंदर हसंह ग्रेवाल ने इन हादसे से बचने के लिए ऐहतियात बरतने की जरूरत बताई। उन्‍होंने कहा कि सबसे पहले मौसम विभाग की ओर से दी गई चेतावनी को नजरअंदाज न करें और खराब मौसम खासतौर पर तेज आंधी और तूफान के समय कम से कम घरों से बाहर निकलें।

विशेषज्ञों का कहना है कि यात्रा ने करें, खासकर साइकिल या बाइक पर तो किसी भी कीमत पर न चलें। इससे रास्ते में कई प्रकार की क्षति होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। अगर कहीं यात्रा कर रहे हैं या बाइक आदि पर हैं तो कुछ समय के लिए सुरक्षित स्थान की आड़ लेकर रुक जाए। इस दौरान खासतौर पर पुराने पेड़ों, बिजली के तार, पुरानी इमारत के नीचे न खड़े हो और ये सारी बाते छोटे वाहनों से लेकर बड़े वाहनों पर भी लागू होती है।

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