कांग्रेस मंत्री के विवादित बोल, एटम बम, ग्रेनेड और हथियार बनाने की ट्रेनिंग देता है RSS

मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ने शनिवार को कथित तौर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर हथियार, बम, एटम बम, ग्रेनेड बनाने और धमाके करने का आरोप लगाया है। मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने यह टिप्पणी भाजपा के उस बयान पर दी जिसमें पार्टी ने कांग्रेस सरकार पर राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर हमला किया था। कांग्रेस मंत्री के विवादित बोल, एटम बम, ग्रेनेड और हथियार बनाने की ट्रेनिंग देता है RSS

शिवराज ने कहा कि इससे कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन दिखाई देता है। उन्होंने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह का बयान कि आरएसएस हथियार, हथगोले बनाने की ट्रेनिंग देता है, हास्यास्पद व अज्ञानता का द्योतक है। उच्च चरित्र निर्माण के लिए 94 वर्ष से निरंतर कार्यरत राष्ट्रवादी संस्था को लेकर ऐसी ओछी बात करना, कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन दर्शाता है।’

इस हफ्ते की शुरुआत में कांग्रेस सरकार विपक्ष के निशाने पर दो हत्याओं की वजह से आई थी। 50 साल के मंदसौर नगर पालिका अध्यक्ष प्रह्लाद बंधवार को बीच चौराहे पर गुरुवार को गोली मार दी गई थी। वहीं इंदौर में 45 साल के व्यापारी और स्थानीय बिल्डर संदीप अग्रवाल की व्यस्त बाजार में हत्या कर दी गई थी। 

शिवराज सिंह चौहान ने इन हत्याओं की निंदा की थी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखा था।
जिसमें उनसे इन मामलों की जांच उच्च स्तरीय समिति से करने को कहा गया था। चौहान ने आरोप लगाया था कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद से अचानक अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। वहीं रविवार को भाजपा नेता मनोज ठाकरे का शव बडवानी में मिला था। एक हफ्ते से कम समय के अंदर यह दूसरे भाजपा नेता की हत्या थी। 

कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए शिवराज ने रविवार को ट्वीट किया, ‘एक के बाद एक भाजपा नेताओं की हत्या होना बहुत गंभीर मामला है। कांग्रेस इसको सतही तौर पर लेकर क्रूर मजाक कर रही है। गृह मंत्री के गृह जिले में सरेआम भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को को मार दिया गया। अपराधियों के हौसले बुलंद है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिलकुल ध्वस्त हो गई है। यह हमारे लिए बहुत चिंता का विषय है। तत्काल अपराधी पकड़े जाने चाहिए। सरकार ने इसको गंभीरता से नहीं लिया, तो भाजपा को सड़कों पर उतरना पड़ेगा।’

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