कमलनाथ का बड़ा बयान: 13 दिसंबर को ही इंदिरा जी ने मुझे छिंदवाड़ा की जनता को सौंपा था
विधायक दल का नेता निर्वाचित होने के बाद कमलनाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह पद मेरे लिए मील का पत्थर है। 13 दिसंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने मुझे छिंदवाड़ा की जनता के सुपुर्द किया था। समर्थन करने के लिए मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया का शुक्रगुजार हूं।
मैंने इनके पिता जी (माधवराव सिंधिया) के साथ काम किया। मैंने इंदिरा जी, संजय गांधी, राजीव गांधी के साथ काम किया और अब राहुल गांधी के साथ काम कर रहा हूं। मुझे पद की भूख नहीं है। मेरी कोई मांग नहीं थी। अगला समय चुनौती का है। सभी कार्यकर्ता मिलजुलकर चुनौती को पूरा करेंगे। कमलनाथ ने प्रदेश के मतदाताओं का कांग्रेस में भरोसा जताने के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित है। प्रदेश नई ऊंचाईयों को छुएगा।
कमलनाथ राज्य के 18 वें मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि हम अपने वचन पत्र को पूरा करेंगे। शुक्रवार को सुबह 10.30 बजे राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात कर सरकार बनाने का लिए पत्र सौंपेंगे। इसी दिन शपथ के कार्यक्रम का एलान किया जाएगा।
किसानों की कर्ज माफी बड़ी चुनौती
कमलनाथ के सामने पहली चुनौती किसानों का करीब 56 करोड़ का कर्ज है, जिसे माफ करने का वादा कांग्रेस ने किया है। राज्य की आर्थिक स्थिति खस्ता है और भाजपा सरकार करीब पौने दो लाख करोड़ का कर्ज छोड़कर गई है।