ओलावृष्टि के बाद NCR की सड़कों पर बिछी सफेद चादर, फसलों और घरों को पंहुचा नुकसान

पहाड़ों पर बिगड़े मौसम के मिजाज और पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर सहित समूचे उत्तर भारत में गुरुवार को तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। बारिश ने प्रदेश में गेहूं उत्पादकों को सिंचाई से राहत दी है वहीं आलू और अन्य नकदी फसल उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है। वहीं एनसीआर के कई घर भी तहस-नहस हो गए। जम्मू-कश्मीर स्थित मां वैष्णो देवी भवन, उत्तराखंड स्थित चारों धाम और हिमाचल के सभी पर्यटन स्थलों पर जमकर बर्फबारी हुई।ओलावृष्टि के बाद NCR की सड़कों पर बिछी सफेद चादर, फसलों और घरों को पंहुचा नुकसान

दिल्ली में देर शाम बारिश और ओलावृष्टि के बाद अचानक खराब हुए मौसम के कारण 6 बजे से 7 बजे के बीच उतरने वाले 18 विमानों को दूसरी जगह के लिए डायवर्ट करना पड़ा। हिमाचल में तीन नेशनल हाईवे और 200 से अधिक छोटी-बड़ी सड़कों पर यातायात ठप हो गया है। जवाहर टनल के बाहर भारी बर्फ बारी और रामबन के कई इलाकों में मलबा गिरने से जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे दूसरे दिन भी बंद रहा है। उत्तर प्रदेश में भी ओलावृष्टि के कारण अगेती फसलों को बेहद नुकसान पहुंचा है।

हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। इससे सर्दी बढ़ गई है। भिवानी जिले के गांव धनाना में बिजली गिरने से एक मकान में बिजली के उपकरण जल गए। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी कई जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है। खासतौर पर जीटी बेल्ट के जिलों में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। इधर, प्रदेश में बुधवार शाम से ही बादल छा गए थे और वीरवार सुबह से बारिश शुरू हो गई। देर शाम तक लगभग सभी जिलों में कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का क्रम जारी रहा। इस दौरान ओलावृष्टि होने से गेहूं की अगैती, सरसों, सब्जियों, मटर, आलू में नुकसान हुआ है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों ने गेहूं के लिए बारिश को फायदेमंद बताया है।

शुक्रवार को भी बारिश से राहत नहीं
मौसम विभाग के अनुसार 8 फरवरी को भी गरज व हवालों के साथ कहीं हल्की, कहीं तेज व मध्यम बारशि संभव है। 9 फरवरी से मौसम साफ रहेगा।
सूरजकुंड मेला परिसर में भरा पानी
फरीदाबाद। बारिश से सूरजकुंड में चल रहे अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला परिसर में भी पानी भर गया। ऐसे में शाम करीब पांच बजे ही शिल्पकारों ने अपने स्टॉल बंद कर दिए। ओलावृष्टि और बारिश से अपना सामान ढकने के लिए शिल्पकारों ने तिरपाल के लिए मेला परिसर में हंगामा भी किया।

प्रदेश में यहां गिरे ओले
कैथल, भिवानी, बहादुरगढ़, यमुनानगर, भिवानी, सोनीपत, चरखीदादरी, महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, सिरसा के रानियां आदि स्थानों पर तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। रोहतक में सुबह से शाम तक रुक-रुक कर बारिश का दौर चला।
इन जिलों में छाए रहे बादल
हिसार, सिरसा, फतेहाबाद
आगे ऐसा रहेगा मौसम
8 फरवरी – जीटी बेल्ट के जिलों में बारिश, अन्य जिलों में बूंदाबांदी
9 से 11 – कोहरा, आंशिक बादल छा सकते हैं
12 से 13 – मौसम साफ, सुबह-शाम कोहरा

अगले 24 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है और कई जगहों पर बादल छाए रहेंगे। साथ ही सुबह के समय धुंध का सामना करना पड़ सकता है। – डॉ. देवेंद्र बुंदेला, मौसम विशेषज्ञ, केंद्रीय मृदा एवं लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल

बारिश लाभदायक, ओलावृष्टि से नुकसान
ओलावृष्टि से जीटी बेल्ट के साथ लगते जिलों में ज्यादा नुकसान नहीं है। हां, कुछ जिलों में ज्यादा ओलावृष्टि ज्यादा है, इससे जरूर फसल पर असर पड़ सकता है। अभी गेहूं पर बालियां नहीं आई हैं, अगर बालियां होती तो ओलावृष्टि का ज्यादा असर होता है। बारिश से फसल अच्छी होगी। और भी बारिश हो जाए तो गेहूं के लिए लाभदायक ही है। – डॉ. ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, निदेशक, गेहूं अनुसंधान संस्थान, करनाल

आंधी-बारिश में फैक्ट्री की दीवार गिरी, सुरक्षा गार्ड की मौत
आंधी और तेज बारिश के चलते बृहस्पतिवार रात डासना क्षेत्र में बंद फैक्ट्री की दीवार गिर गई। हादसे में सिक्योरिटी गार्ड की मलबे में दबने से मौत हो गई। मूलरूप से बदायूं के उझानी गांव के रहने वाले जगदीश (54) सुरक्षा गार्ड थे। वह डासना में भूड़गढ़ी रोड पर जैबा नाम की बंद पड़ी फैक्ट्री में तैनात थे। मसूरी एसएचओ ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि जगदीश के साथ दो अन्य गार्ड भी फैक्ट्री में तैनात थे। तीनों गार्ड गिरी दीवार के पास बैठ थे, तभी दीवार गिर गई। दो गार्ड भाग गए, लेकिन जगदीश मलबे में दब गया। वहीं, जिले में हुई झमाझम बारिश और ओला गिरने से मौसम बेहद ठंडा हो गया है।

बारिश के साथ पड़े ओले, लगा भारी जाम
गुरुग्राम में बृहस्पतिवार को मौसम ने करवट ली। पूरे दिन ठंडी एवं तेज हवा चलने के बाद शाम को तेज बारिश हुई। इतना ही नहीं, बारिश के साथ काफी मात्रा में ओले भी गिरे। सड़कें एवं तमाम खुले स्थान ओले से पट गए। ओलावृष्टि के दौरान सभी स्थान सफेद हो गए। इस कारण अधिकतम तापमान में काफी कमी आ गई। इलाके में बृहस्पतिवार की सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए हुए थे और तेज हवा चल रही थी। इस कारण सुबह से ठंड बढ़ी हुई थी और किसी भी समय बारिश होने की संभावना जताई जा रही थी। मगर शाम के समय कार्यालयों की छुट्टी होने से कुछ पहले तेज बारिश ने दस्तक दी। इस दौरान इलाके के सभी स्थानों पर खूब ओले भी गिरे। इससे सड़कें एवं सभी खुले स्थान सफेद हो गए। उन पर ओलों की करीब आधे से एक इंच की परत जम गई।

हालांकि लोगों को ठंड बढ़ने एवं बारिश होने का अंदेशा सुबह से ही था। इस कारण वह घरों से पूरी तैयारी के साथ निकले थे। वह कई-कई गर्म कपड़े पहने हुए थे और बारिश से बचने के लिए छाता एवं रेनकोट लेकर निकले थे। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से कई दिनों तक इलाके में ठंड में इजाफा होने की संभावना है। न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है। इसके अलावा सुबह एवं शाम को घना कोहरा छाएगा। दूसरी ओर बारिश के कारण सिविल लाइन, बस अड्डा के पास, गोशाला मैदान के पास, शीतला माता मंदिर के सामने, झाड़सा रोड, बसई रोड, पटौदी चौक आदि स्थानों पर जलभराव हो गया। इन स्थानों पर आधा से एक फुट तक पानी जमा हो जाने से पैदल चलने वाले लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को भी दिक्कत हुई। कई जगह पैदल यात्री को वाहन चालक पानी के छीटें मारते हुए निकले, जबकि कई जगह जलभराव के कारण धीमी गति से चलते भी नजर आए।

प्रदूषण के स्तर में कमी आई
इलाके में बृहस्पतिवार सुबह से तेज हवा चलने और बारिश होने के कारण प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में पीएम 2.5 का स्तर 123 प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया, वहीं इलाके में बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में पीएम 2.5 के स्तर 222 प्रति क्यूबिक मीटर था। जबकि मानेसर में वायु गुणवत्ता सूचकांक में पीएम 2.5 का स्तर 124 प्रति क्यूबिक मीटर रहा। मानेसर में बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में पीएम 2.5 का स्तर 282 प्रति क्यूबिक मीटर था।

बिसरख में तीन मकानों की दीवारें और पेड़ गिरे
ग्रेटर नोएडा में सर्द हवा और ओले गिरने के बाद बिसरख गांव में बृहस्पतिवार रात लगभग आठ बजे अचानक तेज आंधी आई। इससे तीन मकानों की दीवारें और कई पेड़ गिर गए। पेड़ गिरने से कुछ कारें भी क्षतिग्रस्त हुईं। वहीं, मलबे में कई मवेशी भी दब गए। बिसरख निवासी ग्रामीण आनंद ने बताया कि उन्हें ऐसा लगा कि भूकंप आया है। गांव मेें काफी देर तक अफरातफरी मची रही। दूध व्यापारी राजेश, बिंटू, सोनपाल के मकान की दीवार, रावण मंदिर के पास नर्सरी की दीवार और अवनीश की टीनशेड गिर गई। वहीं, कई पेड़ गिरने से रास्ते बाधित हो गए। स्टेलर जीवन सोसायटी के निर्माणाधीन मंदिर का अस्थायी ढांचा गिरने की भी सूचना है। इसके अलावा हैबतपुर, अलीवर्दीपुर व जलपुरा गांव से भी दीवारें गिरने की जानकारी मिली है।

ग्रेनो वेस्ट में भी बिछी बर्फ की चादर
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी खूब ओले गिरे। सड़कों पर बर्फ की चादर बिछी दिखी। कई जगह पेड़ भी गिरे दिखे। ओलावृष्टि के बाद बच्चे पार्कों में ओले एकत्रित करते दिखे। शाम को ड्यूटी से घर जा रहे लोगों को दिक्कत हुई।

फसलों के नुकसान का मिलेगा मुआवजा
ग्रेटर नोएडा। कृषि विभाग ने बृहस्पतिवार शाम तेज आंधी व ओलावृष्टि के कारण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के आसपास, दादरी और जेवर में फसलों को नुकसान से परेशान किसानों को फसल की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी से कराने की बात कही है। कृषि विभाग का कहना है कि जिन किसानों के फसलों को नुकसान हुआ है, वे न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के टोल फ्री नंबर 18002091415 पर सूचना दें। इसके अलावा कंपनी के सेक्टर 18 स्थित स्थानीय कार्यालय पर सूचना दी जा सकती है। किसानों को आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खसरा-खतौनी और ग्राम प्रधान की तरफ से सत्यापित नुकसान की लिखित सूचना जमा करने को कहा गया है।

बारिश ने लगाया शहर की रफ्तार पर ब्रेक
नोएडा में अचानक हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने शहर की सड़कों पर वाहनों की रफ्तार को थाम दिया। नोएडा के एंट्री प्वाइंटों से लेकर शहर के अंदरूनी मार्ग देर शाम तक जाम से जूझते रहे। दिल्ली नोएडा लिंक रोड जाम से सबसे ज्यादा बेहाल रहा। एक्सप्रेसवे से चिल्ला रेगुलेटर तक करीब तीन किलोमीटर लंबे जाम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। बृहस्पतिवार शाम करीब चार बजे से ही बारिश का सिलसिला शहर की यातायात व्यवस्था के लिए आफत बन गया। शाम छह बजे के बाद बारिश के साथ शहर में कई जगह ओले भी पड़े। जगह-जगह जलभराव हो गया। बारिश इतनी तेज थी कि सड़कों पर वाहन जहां थे, वहीं रुक गए। इस बीच पीक टाइम होने से सड़कों पर वाहनों का बेतहाशा दबाव बढ़ गया और जगह-जगह लंबा जाम लग गया। सबसे ज्यादा बुरा हाल एक्सप्रेसवे पर दिखाई दिया। सेक्टर-124 से महामाया फ्लाईओवर के रास्ते चिल्ला कट को जोड़ने वाली सड़क पर करीब तीन किलोमीटर लंबे जाम में वाहन देर शाम तक रेंगते रहे। दूसरी तरफ चिल्ला रेगुलेटर से फिल्म सिटी तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। डीएससी (दादरी-सूरजपुर-छलेरा) मार्ग पर जगह-जगह जाम ने लोगों को परेशान किया। आईओसी गोल चक्कर पर बारिश के कारण यातायात व्यवस्था बिगड़ गई। नया बांस और अट्टा मार्ग पर भी जाम का असर दिखाई दिया। इसके अलावा गाजियाबाद को नोएडा से जोड़ने वाले एनएच-24 के मॉडल टाउन चौराहे से मामूरा तक लंबे जाम ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दीं।

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