अगर आपको अपने ऑफिस की पॉलिटिक्स से बचना है,जरुर पढ़े…

 कार्यालय की राजनीति/चुगलखोरी से बचाव के वास्तु सम्मत उपायः-
अगर आपको अपने ऑफिस की पॉलिटिक्स से बचना है,जरुर पढ़े...

1. दरवाजे की ओर पीठ करके कभी न बैंठें।
2. बीम के नीचे न तो कभी बैठें और न ही काम करें।
3. अपने केबिन के दक्षिण-पश्चिम कोने में बैठे और मुख उत्तर अथवा पूर्व दिशा में रहें।
4. अपने कक्ष/केबिन का दक्षिण-पश्चिम कोना कभी भी रिक्त न रहने दें। वहां फाइल केबिनेट अथवा कोई पौधा रखें।
5. कम्प्यूटर का मॉनिटर दक्षिण-पूर्व अथवा उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर रखें। कम्प्यूटर पर कार्य करते समय आपका मुख पूर्व अथवा उत्तर दिशा में रहना चाहिए।
6. स्थिरता के लिए अपनी पीछे की दीवार पर पर्वतों अथवा गगनचुंबी भवनों की तस्वीर लटकाएं।
7. दरवाजे अथवा खिड़की की ओर पीठ करके न बैठें अन्यथा आप चुगलियों का शिकर बनेंगे और आपका अपने उच्चाधिकारियों, स्टाफ, ग्राहकों व सहकर्मियों से झगड़ा रहेगा। यदि आपको पीठ के पीछे कोई खिड़की हो तो उसे बन्द ही रखें और खिड़की के हाने पर कोई पौधा रख दें।
स्टाफ और शीर्षस्थ अधिकारी के बैठने के स्थान में अंतर
स्टाफ के बैठने का स्थान नियमित ज्यामितिय पैटर्न के अनुसार होना चाहिए और उनमें स्थिर, कोणीय और सीधे-सादे ढंग का फर्नीचर होना चाहिए। परिवेश सही तथा निष्पादन क्षमता को प्रेरित करने वाला हो। इसके विपरीत, मालिक/शीर्षस्थ अधिकारी/उद्यमी के केबिन का परिवेश ऐसा हो जिससे अन्वेषण क्षमता तथा रचनात्मकता बढ़े। उत्तर-पूर्व कोने में, फव्वारे अथवा झरने आदि किसी न किसी रूप में जल रहना चाहिए। वरिष्ठ प्रबंधकों अथवा मालिक के केबिन थोडे़ अलग हटकर लेकिन सुगम होने चाहिए। बंद दरवाजों के पीछे, सचिवों के विभिन्न स्तरों के अवरोधों के चलते और शेष स्टाफ से बिलकुल अलग-थलग रहकर मालिक संगठन की वास्तविक कार्यप्रणाली विलग हो जाता है।
अक्सर देखा गया है कि व्यावसायिक जगह मंहगी होने के कारण कर्मचारियों की बैठने की व्यवस्था दोषपूर्ण होती है। उन्हें अधिकतर गलियारे नुमा तंग जगह पर, जहां उनकी पीठ से पीठ मिली रहती है, बिठा दिया जाता है। स्टाफ के बैठने का स्थान अक्सर तंग, संकरा, भिंचा हुआ और कोलाहलपूर्ण होता है, जहां सकारात्मक ऊर्जा के निर्बाध प्रवाह की जगह तक नहीं बचती। वातावरण की अव्यवस्था से मानसिक कोलाहल उत्पन्न होता है, कारणवश थकान, अवसाद और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं जन्म लेती हैं। इससे स्टाफ की कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव होता है। इसलिए ज़रूरी है कि कार्यालय के सभी क्षेत्र साफ-सुथरे और व्यवस्थित हों। यह सुनिश्चित करने के लिए मालिक अथवा शीर्षस्थ प्रबंधकों को परिसर का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहना चाहिए और देखना चाहिए कि अच्छी साफ-सफाई रहे और अव्यवस्था ना फैले।
स्टाफ को एक दूसरे की तरफ पीठ करके नहीं बैठना चाहिए अन्यथा सहकर्मियों के बीच संबंध कटु बनते हैं और आपसी सहयोग तथा समन्वय की कमी पाई जाती है। कर्मचारी यदि खुले स्थान में एक-दूसरे के सम्मुख बैठें तो आपसी सहयोग में वृद्धि होगी। आसपास के वातावरण को सुधारने का सबसे आसान उपाय कार्यस्थल में ताजा फूल और पौधे रखना है क्योंकि ये कार्यालय के परिवेश को तुरंत खुशनुमा बना देते हैं।
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