एसटी आयोग के उपाध्यक्ष मनीराम कोल पर लगा घोटाले का आरोप

मिर्जापुर। मिर्जापुर जिले के हलिया के ब्लाक प्रमुख सुरेश दुबे ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। उन्होंने शौचालय निर्माण में अनियमितता के आरोप में प्रदेश के अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष मनीराम कोल पर कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि विकास खंड के कई ग्राम पंचायतों में शौचालयों की जांच की गई थी। कई लोग दोषी भी पाए गए है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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विकास खंड के ग्राम पंचायत मटिहरा में वर्ष 2012- 13 में तत्कालीन जिला पंचायत राज अधिकारी के निर्देश पर तत्कालीन सहायक जिला पंचायत अधिकारी नीलेंद्र सिंह व सहायक विकास अधिकारी रमेश उपाध्याय ने शौचालयों की जांच की थी। शिकायतकर्ता सपा समर्थित बताए जाते हैं। इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन का कहना है कि मेरे सामने अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत होगी तो प्रकरण की जांच की जाएगी। मामले में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जनजाति आयोग उपाध्यक्ष मनीराम कोल ने कहा कि साजिश के तहत यह आरोप लगाया जा रहा है। शिकायतकर्ता स्वयं डा. श्यामा प्रसाद मुकर्जी अर्बन योजना के तहत विद्यालयों का करोड़ों रुपये हड़पने का आरोपी है।
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जांच आख्या में उन्होंने लिखा है कि ग्राम सभा में निर्मित 90 शौचालयों में से मात्र 18 ही प्रयोग में हैं, शेष प्रयोग में नहीं हैं। यह भी लिखा गया है कि 2012-13 के शौचालयों के दुरुपयोग के लिए मनीराम व ग्राम विकास अधिकारी रामजी गुप्ता संयुक्त रूप से जिम्मेदार हैं। प्रमुख का आरोप है कि सत्ता के दबाव में आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मांग की गई कि ऐसे व्यक्ति को तत्काल इस पद से हटाया जाए।

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