एमपी में दिखा भाजपा नेताओं का दर्द, विवादित बयान हुआ वायरल

मध्य प्रदेश में चुनाव हारने के बाद भाजपा नेताओं की पीड़ा अब बाहर आने लगी है और उनके  विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ताजा वीडियो महिदपुर से चुने गए भाजपा के बहादुर सिंह चौहान का है, जिसमें वह कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि जिन लोगों ने शिवराज (पूर्व मुख्यमंत्री) को हराया है, वो एक माह में नहीं रोए तो बहादुर सिंह मत कहना मुझे। इस वीडियो में बहादुर सिंह शायद कार्यकर्ताओं से कह रहे हैं कि जहां-जहां कांग्रेस के विधायक बने हैं, वहां एक माह के भीतर गुंडागर्दी, बेईमानी और हफ्ता वसूली चालू हो जाएगी।

इससे पहले शिवराज सरकार में मंत्री रही अर्चना चिटनीस ने अपने विधानसभा क्षेत्र बुरहानपुर के मतदाताओं का आभार जताने के लिए बुलाए सम्मेलन में कहा था कि जिन्होंने भी मेरे और मेरी पार्टी के खिलाफ काम किया है, कल रात को वो लोग सो नहीं पाए होंगे। जिसने किसी के बहकावे में आकर, बरगलाने पर या मन से मुझे वोट नहीं दिया है, उनको रुला न दिया तो मेरा नाम चिटनीस नहीं।

इसी तरह विधानसभा के स्पीकर रहे डॉ. सीताशरण शर्मा ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में संगठन अपनी भूमिका ठीक ढंग से नहीं निभा सका। कई स्थानों पर पार्टी के बागी मैदान में डटे थे, लेकिन संगठन उन्हें समझाने में नाकामयाब रहा। बता दें कि डॉ. शर्मा के खिलाफ कांग्रेस ने सरताज सिंह को चुनाव मैदान में उतारा था, जो अपना टिकट काटे जाने से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
शिवराज सरकार में मंत्री रहे यशोधरा राजे सिंधिया और जयभान सिंह पवैया ने ग्वालियर-चंबल में मिली करारी शिकस्त के लिए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को जिम्मेदार ठहराया है। अपने कार्यकर्ताओं की बैठक में पवैया ने तोमर का नाम तो नहीं लिया था मगर परोक्ष रूप से तोमर पर ही निशाना साधते हुए कहा था, बड़े कद के लोग भी अपनी मर्यादा का ध्यान रखते तो शायद शिवराज सिंह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे होते। 
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