एनसीआर में सबसे बड़ी डकैती डालने वाले गिरोह

एनसीआर में सबसे बड़ी डकैती डालने वाले गिरोह के सरगना जींद निवासी देवेंद्र उर्फ देवा को रविवार शाम अहमदाबाद से गुरुग्राम टैक्सी के जरिए लाया गया। उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेशकर चार दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ कर पांच लाख की नकदी व लूटी गई दो चेन व चार अंगूठी बरामद की है। उक्त जेवरात देवेंद्र शरीर में पहन हवाई जहाज से अहमदाबाद पहुंचा था। वहां के एक होटल में कमरा लेकर उसने चार घंटे बिताए कि गुरुग्राम से हवाई जहाज से पहुंची इंस्पेक्टर अजय की टीम ने उसे दबोच लिया।एनसीआर की सबसे बड़ी डकैती का मास्टर माइंड चार दिन की रिमांड परदेवेंद्र ने ही गिरोह बना बृहस्पतिवार को दिनदहाड़े मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड की गुरुग्राम स्थित न्यू रेलवे रोड वाली शाखा में डकैती डाली थी। बदमाश 33 किलो सोना व सात लाख अस्सी हजार की नकदी लेकर चंपत हो गए थे। पुलिस ने 48 घंटे से पहले ही चार बदमाशों को हवालात दिखा दी। देवा का राइट हैंड फरुखनगर निवासी होशियार ¨सह उर्फ मनोज सैनी पुत्र लखीराम, उत्तर प्रदेश के कानपुर के किदवई नगर निवासी विकास गुप्ता पुत्र अनुप कुमार गुप्ता एवं जींद के गांव बराह खुर्द निवासी बिजेंद्र उर्फ छबीला पुत्र दिलबाग ¨सह को सेक्टर 29 से वाहन तलाशी के दौरान पकड़ा गया था। तीनों आरोपी देवेंद्र की वरना कार से शहर छोड़ने के चक्कर में पीजी से बाहर आए तभी इंस्पेक्टर नरेंद्र की टीम ने उन्हें दबोच लिया था। कार से पुलिस ने 30 किलो सोना (जो 829 पाउच में थे) बरामद किया। दो पिस्टल भी बरामद हुई थी। तीनों पांच दिन की पुलिस रिमांड पर हैं।

बेंगलुरु बता गया अहमदाबाद

डकैती की योजना बनाने वाला देवेंद्र उर्फ देवा बड़ा शातिर है। उसने अपने गैंग के गुर्गों से बेंगलुरु जाने की बात कह पीजी छोड़ा था लेकिन उसने टिकट अहमदबाद का कराया और वहां हवाई मार्ग से पहुंच भी गया था। खाकी वाले उसके पीछे लग चुके थे। जैसे ही उन्हें पता चला कि देवेंद्र अहमदाबाद गया, पुलिस टीम भी अगली उड़ान से पहुंच गई। हालांकि चैनलों पर अपनी करतूत की लाइव वीडियो देख और अखबारों में खबर पढ़ने के बाद देवेंद्र को अहसास हो गया था कि वह पकड़ा जाएगा।

कानपुर में हुई छापेमारी

डकैती में शामिल चार अन्य बदमाश कानपुर के रहने वाले हैं। उन्हें दबोचने के लिए क्राइम ब्रांच की एक टीम सुबह ही कानपुर पहुंच गई। टीम के साथ रिमांड पर लिया गया आरोपी विकास गुप्ता भी है। विकास कानपुर के किदवईनगर का ही रहने वाला है। बताते हैं कि शाम तक सभी आरोपियों के ठिकाने पर पुलिस ने छापेमारी की लेकिन वह घर से गायब मिले। आरोपी दानिश के पिता को पता भी नहीं था कि उसका बेटा इतना बड़ा गुनाह करेगा।

वर्जन

भागे बदमाश भी पकड़े जाएंगे। उनके ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है। नाम व पता आ चुके हैं वह अधिक दिन भाग नहीं सकेंगे।

संदीप खिरवार, पुलिस आयुक्त

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