एक माह बाद राजस्व मामले मिले तो कलेक्टर को उलटा टांग दूंगा: सीएम शिवराज

भोपाल.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्यूरोक्रेसी को तीखे तेवर दिखाए हैं। कहा- एक माह बाद मैं जिलों में जाऊंगा। अविवादित नामांतरण और सीमांकन का एक भी मामला पेंडिंग मिला तो कलेक्टर को उलटा टांग दूंगा। दोबारा कलेक्टरी करने लायक नहीं रहेंगे। सीएम ने यह बात शनिवार को पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में कही।
एक माह बाद राजस्व मामले मिले तो कलेक्टर को उलटा टांग दूंगा: सीएम शिवराज
 
बैठक में दमोह के राजेंद्र गुरु ने यह मामला उठाया था कि राजस्व मामले हल करने की व्यवस्था ठीक करें। इससे पहले सीएम ने किसान आंदोलन पर ‘नायक’ फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने षडयंत्र और आगजनी करके मेरी सरकार गिराने की कोशिश की। लेकिन, वह सफल नहीं हो सकी। बाथरूम में कीड़ा दिख जाए तो उसे लकड़ी से उठाकर अलग कर देता हूं, क्या मैं किसानों को गोली मरवा सकता हूं? मैं इतना संवेदनशील हूं यह कहना नहीं चाहता था। इसलिए हमें नीचा देखने की जरूरत नहीं। कोई सवाल-जवाब करे तो मुंह पर जवाब दें। डिबेट करें। उपवास के दिन मंदसौर के मृतक किसान के परिजनों को मैंने नहीं बुलाया था। मुझे तो पता ही नहीं था। किसान आंदोलन और उसके बाद मैंने किसानों के लिए जो फैसले किए उससे मुख्य सचिव और कलेक्टरों की हवाइयां उड़ रही थीं कि अब मैं नया क्या घोषित करने वाला हूं। सीएम तीन माह पहले मोहनखेड़ा में हुई बैठक में भी जिला प्रशासन के विरुद्ध सख्ती के संकेत दे चुके थे।
 
डिफाॅल्टर किसानों का ब्याज माफ करेंगे, मूलधन किस्तों में लेंगे
प्रदेश कार्यसमिति बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा कर दी कि डिफाल्टर किसानों को दोबारा ‘जीरो’ प्रतिशत ब्याज पर कर्ज की श्रेणी में लाने के लिए उनका ब्याज माफ करेंगे। इसके लिए समाधान योजना लाई जा रही है, जिसमें ब्याज माफ करने के बाद मूलधन को किस्तों में लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि मप्र में किसानों का कर्ज माफ नहीं होगा। बैठक में भाजपा नेताओं से उन्होंने पूछा कि कर्ज माफी चाहिए या लागत मूल्य। सारे नेताओं ने लागत मूल्य की बात के नारे लगाए। साफ है कि मप्र के करीब 7 लाख से अधिक किसानों को इस घोषणा से फायदा मिलेगा।
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