एक छोटी सी जगह में रहने वाला लड़का बन गया 1 मिलियन डॉलर का मालिक

बिहार की एक छोटी सी जगह से आने वाला लड़का, दिल्ली आता है और 1 मिलियन डॉलर पर ईयर के रेवेन्यू वाली कंपनी का मालिक बन जाता है. कहानी सुनने में फिल्मी भले लगती हो मगर है हकीकत. हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं उनका नाम है सय्यद अरशद.

बिहार के भागलपुर में पले बढ़े अरशद आज ब्लूरोज नाम के पब्लिशिंग हाउस के मालिक हैं. जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई करने के बाद अरशद ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स से एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. पब्लिशिंग कंपनी को बनाने का आईडिया कहां से आया ये पूछने पर उन्होंने बताया कि अरशद ने एक किताब लिखी ‘इफ इट्स नॉट लव’. 2012 में इसे पब्लिश करने को लेकर अरशद को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा.

नए लेखक होने के कारण पब्लिशिंग हाउसेस ने किताब को पब्लिश करने से मना कर दिया. जिसके बाद अरशद ने अपनी किताब सेल्फ पब्लिश करने की ठानी. ग्राफिक्स से लेकर कवर डिजाइन किया और अपनी किताब पब्लिश की. इस तमाम जद्दोजहद के बाद अरशद को लगा कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म होना चाहिए जहां नए लेखकों को इस तरह की परेशानियों से न गुजरना पड़े. जिसके बाद अरशद ने अपना पब्लिशिंग हाउस बनाया.

कम्पनी को अरशद ने 2015 में स्थापित किया. इस कंपनी को बनाने के लिए उन्होंने बैंक से लोन लिया. 5 लख की लागत से ये कम्पनी बनाई मगर कम्पनी को महज 10 हजार का फायदा हुआ. आज 4 साल बाद ये कम्पनी अरशद को एक मिलियन डॉलर का टर्नओवर देती है. अब तक कम्पनी 3,000 किताबें पब्लिश कर चुकी है.

अरशद बताते हैं कि छोटे शहर से होने के नाते एक्सपोजर नहीं मिलता है. जिसके कारण बड़े शहर में बात करने में, एडजस्ट करने में दिक्कत होती है. अरशद ऐसे सभी युवाओं को सुझाव देते हैं कैसे खुद को और अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं. इसके लिए किस तरह, खासतौर से इंटरनेट की मदद ली जा सकती है. सय्यद अरशद ना सिर्फ संदेश देते हैं बल्कि अपने आप में एक संदेश हैं कि बड़े सपने देखने के लिए बड़ी जगह से होना जरूरी नहीं है. छोटे शहरों से आने वाले छात्र- छात्राएं, युवा अगर चाहें तो अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं. अरशद ने ना सिर्फ अपना सपना पूरा किया बल्कि आज अपने पब्लिशिंग हाउस के जरिये बाकी लोगों को भी अपने सपने पूरे करने का मौका दे रहे हैं

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