टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने खुलासा किया है कि वो खुद को शेर और वॉरियर के टैटू के साथ जोड़कर देखते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे शरीर पर बने यह दोनों टैटू मुझे प्रोत्साहित करते हैं। हाल ही में उन्होंने भगवान शिव का टैटू बनवाया है। यह उनके शरीर पर बना पांचवां टैटू है। टैटू को लेकर उनका मानना है कि ये उन्हें कड़े परिश्रम के लिए प्रेरित करता है।
उमेश टीम इंडिया की टेस्ट टीम के अहम खिलाड़ी हैं, लेकिन सीमित ओवरों के प्रारूप में ऐसा नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वो टीम इंडिया के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक थे। टीम में दूसरे तेज गेंदबाजों की तुलना में उन्होंने 13 टेस्ट मैचों में सबसे अधिक ओवरों में बॉलिंग की थी।
गौरतलब है कि हिन्दूस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उमेश यादव ने खुलासा किया है कि टैटू ने मुझे हार्ड वर्क के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा, ‘मैंने भगवान शिव का टैटू बनवाया था, जिसका रंग धीमे-धीमे जाता जा रहा था। इसलिए मैं लंबे समय से सोच रहा हूं कि कोई नया टैटू बनवाकर इसकी भरपाई करूं। ऐसा कुछ जो मुझे विस्तृत करे और उन सभी बातों को दर्शाए जिसकी वजह से मैं आज इस मुकाम पर हूं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘शेर और वॉरियर का जो कॉम्बिनेशन है वो परफेक्ट है। ये कॉम्बिनेशन एक हंटर जैसा है, जो अपनी प्रार्थना के लिए कुछ दिनों के लिए अकेला रहता है और कठिन परिश्रम करता है। उन्होंने कहा कि मैं एक अच्छे तेज गेंदबाज बॉलर बनने के लिए प्रति दिन कठिन परिश्रम करता हूं, जिससे कि मैं अपने देश के लिए खेल सकूं। शेर के बारे में बताते हुए उमेश ने कहा कि वो हमेशा जंगल में रहता है और वह भी कठिन परिश्रम करता है।
उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत परिश्रम के साथ यहां तक पहुंचा हूं। मैं आज किंग हूं। टैटू मुझे काफी प्रोत्साहित करते हैं, मुझे प्राउड महसूस कराता है और उसी की बदौलत मैं अपने जिंदगी में इतना कुछ हासिल कर पाया हूं।’ बता दें कि उमेश यादव 16 नवंबर से श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज की तैयारियों में जुटे हुए हैं।