‘उधार’ में अब मिलेगा रेल टिकट, IRCTC ने शुरू की नईं सर्विस…

अब रेल यात्री यात्रा करने से पहले अपने रेल टिकट को उधार में बुक करा सकते हैं। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड ट्रैवल कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने इस सर्विस को शुरू किया है। 
'उधार' में अब मिलेगा रेल टिकट, IRCTC ने शुरू की नईं सर्विस...
 
पांच दिन पहले बुक करना होगा रेल टिकट
मुंबई मिरर के मुताबिक, आईआरसीटीसी ने ‘बुक नाओ पे लेटर’ स्कीम के तहत इस सुविधा को लॉन्च किया है। इस स्कीम में यात्रा की तारीख से पांच दिन पहले टिकट बुक कराना होगा। यात्रियों को टिकट का पेमेंट देने के लिए 14 दिनों का वक्त मिलेगा। हालांकि यात्रियों को टिकट की कुल लागत का 3.5 फीसदी अतिरिक्त चार्ज देना होगा। कंपनी ने इस सर्विस को 15 दिन पहले शुरू किया था और अभी तक इस सेवा का 50 लोग इस्तेमाल भी कर चुके हैं। 

नहीं दिया पैसा तो लगेगा जुर्माना

कंपनी के प्रवक्ता संदीप दत्ता ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति 14 दिनों के अंदर उधार में बुक किए टिकट का पैसा नहीं देगा तो उस पर फाइन लगा दिया और तब तक उसे आगे टिकट बुक करने नहीं दिया जाएगा जब तक वो बकाए पैसे को जमा नहीं कर देता। बार-बार इस तरह का डिफॉल्ट करने वाले लोगों को अकाउंट कैंसिल कर दिया जाएगा। 

ऐसे करा जाएगा लोगों का टिकट बुक

आईआरसीटीसी लोगों की क्रेडिट हिस्टरी, सीबिल स्कोर, टिकट बुक कराने का इतिहास, लॉगिन करने की हिस्टरी और ऑनलाइन बुकिंग करने के पैटर्न से क्रेडिट लिमिट तय करेगा। 

इससे पहले शुरू की थी कैशबैक सर्विस

आईआरसीटीसी भी अब ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्रियों को कैशबैक देगा। इसके लिए आईआरसीटीसी ने एमवीजा पेमेंट सर्विस को अपनाया है। कैशबैक लेने के लिए एमवीजा के जरिए टिकट का पेमेंट करना होगा। यात्रियों को इसके लिए मोबाइल में एमवीजा ऐप डाउनलोड करना होगा और उसमें अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड को लिंक कराना होगा। 
ऐसे मिलेगा टिकट पर कैशबैक
अब टिकट बुकिंग के दौरान ग्राहकों को आईआरसीटीसी की वेबसाइट से एमवीजा ऐप के जरिए QR कोड स्कैन करना होगा। उसके बाद पेमेंट हो जाएगा। दरअसल आईआरसीटीसी 4 सितंबर तक यह ऑफर दे रही है। इसके तहत ग्राहक एमवीजा स्कैन करके आईआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट बुक करने वाले ग्राहकों को 50 रुपये का कैशबैक दिया जाएगा।

एमवीजा पेमेंट की जानकारी देते हुए आईआरसीटीसी के सीएमडी एके मनोचा ने कहा कि भारत के सबसे बड़े ई-कॉमर्स संस्थान की सफलता का सबसे बड़ा मंत्र नई टेक्नोलॉजी स्वीकार करना और उसके साथ चलना है। उन्होंने आगे बताया कि देश में स्मार्टफोन की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिसे देखते हुए  mVisa जैसे मोबाइल बेस्ड पेमेंट सर्विस की तरफ बढ़ना स्वभाविक है।

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