उत्तराखंडः पिथौरागढ़ में दो दिन बाद फिर फटा बादल, आफत में आए 40 परिवार

पिथौरागढ़ में एक बार फिर से बादल फटने की खबर है। सिमकोला में मांगती नाले के पास बादल फटने से 40 परिवार फंस गए। जिन्हें निकाल लिया गया है। घायलों को अस्पताल में पहुंचाया गया है। स्थानीय विधायक हरीश धामी की टीम ने राहत सामग्री मौके पर पहुंचाई है। उत्तराखंडः पिथौरागढ़ में दो दिन बाद फिर फटा बादल, आफत में आए 40 परिवार
हादसे में एक घायल युवक सुशील तिवारी को हल्द्वानी गौलापार हेलिकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाया गया है। केएमवीएन के जीएम धीरज गार्बयाल, सिटी मजिस्ट्रेट पंकज उपाध्याय और एसडीएम एपी बाजपेई मौके पर पहुंचे हैं। 

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आपको बता दें कि धारचूला तहसील के मालपा और मांगती में रविवार की रात करीब 2.30 बजे बादल फटने के कारण भारी तबाही मच गई। मंगलवार की सुबह को राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया गया। अभी तक पांच शव मिल चुके हैं। अभी तलाश जारी है। 

मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार चौहान के नेतृत्व में घटना स्थल पर रेस्क्यू चलाया गया। लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू अभियान सेना, पुलिस, आईटीबीपी, एसएसबी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफकी टीम जुटी हैं। वहीं राजस्व टीम भी मौके पर मौजूद है। 

राहत एवं बचाव कार्य

गौरतलब है कि आपदा की वजह से रास्ते टूट गए हैं। देर रात छोटे वाहनों के लिए रास्ते खोल दिए गए थे। साथ की क्षतिग्रस्त हुए मोटर पुल की मरम्मत के लिए भी काम शुरू करने की तैयारी है। लोनिवि और बीआरओ को निर्देश दिए गए हैं आपदा में जो भी सड़कें टूटीं हैं उन्हें जल्द से जल्द ठीक कराया जाए। 

जिलाधिकारी ने रास्ते बंद होने की वजह से ऊपरी क्षेत्र में फंसे लोगों को निशुल्क खाना उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं। जिलाधिकारी ने ये भी निर्देश जारी किए हैं कि मृत व्यक्तियों के शवों का पंचनामा कर वहीं अंतिम संस्कार करा दिया जाए। इसके लिए धारचूला राजस्व विभाग को व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं। 

बताया गया है कि मांगती में सेना के कैंप को भारी नुकसान पहुंचा है। उनका सैन्य सामान, घोड़े, खच्चर और वाहन मलबे में दब गए हैं। मालपा में स्थानीय लोगों की तीन दुकानें टूट गई। मांगती में 24 खच्चर और 16 बकरियां मारी गई हैं। मांगती तक धारचूला से सड़क बनी है, लेकिन यह सड़क तवाघाट से आगे बुरी तरह नष्ट हो गई है।

इस सड़क पर तीन पुल बह गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार अभी खोजबीन का काम जारी है। सोमवार को भारी बारिश के कारण राहत और बचाव के काम में परेशानी का सामना करना पड़ा था।

 
 
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