इस कारण अपनी पहचान खोता जा रहा है जयपुर का हवामहल

जैसा की नाम से ही मशहुर, भारत के जयपुर शहर में स्थित- हवामहल को देखने के लिए दूर दूर से विदेशी सैलानी आते हे और हमारी संस्कृति से रूबरू होते है ये विशाल उचे महल जो की राजा महाराजा द्वारा बनाये गए हे। जिससे उनके अस्तित्व की एक अलग ही पहचान से रूबरू होते है। हमारे देश विदेश के सैलानी।

इसका निर्माण 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। और इसका डिजाइन लाल चाँद उस्ताद ने करवाया था.लेकिन आज ये वर्त्तमान युग ये हवामहल अपनी पहचान खोता जा रहा हे। जो पहले विदेशी सेलानियो की पसन्द हुआ करती थी जिसे देख कर एक बार किसी की भी आँखे स्थिर हो जाया करती थी। आज वही गुमनाम होता जा रहा हैं। वर्तमान की आधुनिक दौड़ धुप व वाहनों से निकले धुएं से इसकी चमक कही खोती सी जा रही है।

अगर समय रहते सरकार ने कोई समाधान नही निकाला तो हम एक और भारत की शान कहे जाने वाले हवा महल को खो देगे। आज हमारा भारत देश किलो , दुर्गों और महलो से अपनी पहचान बनाये हुए है। ये महल अपनी एक अलग ही पहचान को दर्शाता हे जिसके साथ साथ बहुत सी जानकारिया और भारत के कई इतिहास को बताता है।

 

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