टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ चुके ‘कैप्टन कूल’ महेंद्र सिंह धोनी लंबे समय बात टीम में बतौर खिलाड़ी नजर आए। ज्यादातर बार कहा जाता है कि धोनी गलती नहीं करते, मगर इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में धोनी से एक बड़ी गलती हो गई।
धोनी करीब एक दशक बाद बतौर खिलाड़ी टीम का हिस्सा बने और अनजाने में वो भूल गए कि वो टीम के कप्तान नहीं हैं और मैदान में वो फैसला ले बैठे, जो कप्तान को लेना होता है। हालांकि, इसके बाद कोहली तुरंत हरकत में आए कप्तान के दायित्व को निभाया।
कोहली ने पहले वनडे में धोनी के काफी बार राय ली और धोनी ने भी कप्तान को बखूबी सहायता की। मगर पांड्या की एक गेंद पर धोनी ने इंग्लैंड के कप्तान इयॉन मॉर्गन के खिलाफ अपील की, मगर जिसे अंपायर ने खारिज कर दिया। इसके तुरंत बाद धोनी ने रिव्यू मांग लिया।
धोनी की यकीन था कि गेंद इंग्लैंड के कप्तान के बल्ले को छूते हुए उनके दस्तानों में पहुंची है। दरअसल, फील्डिंग के दौरान सिर्फ कप्तान ही रिव्यू मांग सकता है। मगर धोनी के विश्वास को देखकर कोहली ने रिव्यू मांगा और अंपायर ने तुरंत तीसरे अंपायर की ओर इशारा कर दिया।
इस सीरीज से पहले कोहली ने कहा था कि धोनी के 95% रिव्यू सफल होते हैं। इस बात पर कोई संदेह नहीं होगा, अगर धोनी रिव्यू लेने या न लेने के लिए कह दें। कोहली ने धोनी के फैसले पर पूरी तरह से भरोसा जताया।
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