आप भी इन संकेतों से पहचाने, अगर आप हो रहे हैं डिप्रेशन के शिकार तो

कई लोग ऐसे हैं जो डिप्रेशन का शिकार है जिससे बाहर निकलना उन्हें बेहद जरुरी है. डिप्रेशन एक मानसिक बीमारी है जो आपके मस्तिष्क के ऊतरों को हानि पहुंचाता है. डिप्रेशन से ग्रसित होने पर यह आपके दिमाग और शरीर को कंट्रोल कर लेता है. ये किसी भी कारण से हो सकता है.

डिप्रेशन से बाहर आना आसान नहीं होता है लेकिन अगर आप सही दवाईयों और थेरेपी करते हैं तो डिप्रेशन से बाहर आया जा सकता है. डिप्रेशन से दोबारा ग्रसित होने पर कुछ संकेतों का ध्यान रखना चाहिए. तो आइए आपको उन संकेतों के बारे में बताते हैं.

अकेले रहना: दोबारा डिप्रेशन से ग्रसित होने पर यह सबसे पहले आपके निजी जीवन को प्रभावित करता है. जब व्यक्ति दोबारा से डिप्रेशन का शिकार होता है तो उसे बाकि लोगों से बात करने में दिक्कत होती है. वह अकेले रहना पसंद करते हैं.

नींद के तरीके में बदलाव: डिप्रेशन व्यक्ति की नींद को भी प्रभावित करता है. इस दौरान या तो आपको बिल्कुल नींद नहीं आती या आपको पूरे दिन नींद आती रहती है. इन दोनों ही परिस्थिति मे व्यक्ति की ऊर्जा और शक्ति कम होने लगती है.

चिड़चिड़ापन: डिप्रेशन से ग्रसित होने पर उसके संकेतों पर ध्यान रखना बेहद जरुरी होता है. दोबारा डिप्रेशन से ग्रसित होने पर आप अपने आस-पास की हर चीज से चिड़चिड़े रहते हैं.

आत्म-विश्वास कम होना: डिप्रेशन से ग्रसित होने पर सबसे सामान्य लक्षण आत्म-विश्वास की कमी होना होता है. डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति खुद को बेकार समझने लगता है. साथ ही उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है.

भूख और वजन में बदलाव: दोबारा डिप्रेशन से ग्रसित होने पर इसे आपकी भूख के माध्यम से देखा जा सकता है. जिसके परिणामस्वरुप अचानक से आपका वजन कम होने लगता है या बढ़ जाता है.

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