आतंकी संगठन अल-उमर मुजाहिदीन ने किया दावा, अनंतनाग हमले को अंजाम देने वाले उनके सभी साथी सुरक्षित

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकी संगठन अल-उमर मुजाहिदीन ने दावा किया है कि सीआरपीएफ के दो एएसआइ और तीन कांस्टेबल को शहीद करने वाले उनके साथी जिंदा हैं और इस समय सुरक्षित स्थान पर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षाकर्मी जो एक आतंकवादी को मारने का दावा कर रहे हैं, वह सही नहीं है। हमले को अंदाज देने के बाद उनके साथी घटना स्थल से सुरक्षित भागने में सफल हो गए थे।

यह बयान वीरवार सुबह अल उमर मुजाहिदीन के प्रवक्ता ने एक बार फिर स्थानीय पत्रकारों को फोन पर दिया। भविष्य में इस तरह के बड़े हमलों के लिए सुरक्षाबलों को तैयार रहने की चेतावनी देते हुए प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में इसमें और तेजी लाई जाएगी। सनद रहे कि इससे पहले इसी साल 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।

बुधवार शाम करीब 4.55 बजे सीआरपीएफ की 116वीं वाहिनी और राज्य पुलिस के जवानों के संयुक्त कार्यदल ने अनंतनाग में केपी रोड पर आक्सफोर्ड स्कूल के पास नाका लगाया था। इसी दौरान आतंकी सड़क किनारे खड़े लोगों के बीच कहीं छिपे बैठे थे। मौका पाते ही उन्होंने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। थाना प्रभारी अनंतनाग अरशद अहमद खान व अन्य जवानों ने जवाबी फायर किया। करीब 20 मिनट चली मुठभेड़ में चार जवान, अनंतनाग के थाना प्रभारी और एक युवती सहित छह लोग घायल हो गए थे।

हालांकि इस दौरान सुरक्षाबलाें ने एक आतंकी को मार गिराने का दावा भी किया। एसएसपी अनंतनाग ने इसकी पुष्टि करते हुए मारे गए आतंकी के विदेशी होने की बात कही। परंतु आज आतंकवादी संगठन द्वारा इस दावे को नकारे जाने के बाद पुलिस विभाग का कहना है कि आतंकी संगठन लोगों में भ्रम फैलाने के लिए इस तरह के ब्यान जारी कर रहा है। मारे गए आतंकी की पहचान की जा रही है। यही नहीं हमले के बाद भाग निकले आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने अभी भी अभियान छेड़ा हुआ है। आपको बता दें कि आतंकियों ने यह हमला उस जगह किया जहां से श्री अमरनाथ यात्र गुजरेगी। यह जगह पहलगाम-अनंतनाग मार्ग पर है। हमले के आधे घंटे बाद ही अल-उमर मुजाहिदीन आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने स्थानीय पत्रकारों को फोन कर हमले की जिम्मेदारी ली थी।

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