आज दिनांक 25 जून दिन रविवार का राशिफल: जानिए आज किसका होगा भाग्य उदय

आज दिनांक 25 जून 2017 का पंचांग

।आप सबका मंगल हो, 25 जून दिन रविवार।

आज 25 जून 2017 दिन रविवार का राशिफल: जानिए आज किसका होगा भाग्य उदय

दिनांक :  25 जून  2017
तिथि :    शुक्ल पक्ष द्वितिया
वार  :    रविवार
नक्षत्र :    पुनर्वसु
योग :     ध्रुव
करण :   बलव

***************

राशि :  मिथुन
शुभकाल :  15:00 to 16:30
राहुकाल :  16:30 to 18:00

।।आज का राशिफल।।

 

( चे, चो,ला,ली,लू,ले,लो,कू,अ)
मेष:किसी नए कार्य को प्रारंभ करने के लिए प्रातःकाल का समय अनुकूल रहेगा। आज सरकारी लाभ होने की संभावना है। व्यापार और व्यावसायिक लाभ होगा। व्यवसाइयों के ऊपरी अधिकारी उन पर प्रसन्न रहेंगे। विचारों में शीघ्र ही परिवर्तन होंगे।
सुझाव:-आप इस माह दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:-पीला
( व,वी,वू,वे,वो,वि, ओ,उ,ए, इ)वृषभ : आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी है। आज मित्रों तथा स्नेहीजनों के साथ हुई भेंट आनंदप्रद रहेगी ऐसा गणेशजी कहते हैं। आप आज के दिन का अधिकांश भाग धन सम्बंधित योजना बनाने में ही बिता देंगे ऐसा गणेशजी को प्रतीत होता है।

सुझाव:-आप इस माह चौदह मुखी या चार मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-लाल

( क, की,कू,के,को,घ,हा, छ)

मिथुन : आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन लाभदायी रहेगा ऐसा गणेशजी कहते हैं। आज के दिन को मित्रों एवं परिजनों का सहयोग आनंदमय बना देगा। उत्तम भोजन और वस्त्र की सुविधा भी आप को आज मिलेगी।

सुझाव:-आप इस माह पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-फिरोजी

( ही,हू, हे, हो,डा, डी, डे, डो)

कर्क : आर्थिक दृष्टिकोण से आज आय के मुकाबले खर्च अधिक रहेगा। नेत्रों के दुःख से व्यग्रता बढ़ सकती है साथ में मानसिक चिंता भी रहेगी। वाणी और वर्तन पर संयम रखिएगा। किसी के साथ भ्रांति न हो इसका ध्यान रखिएगा।

सुझव:-इस माह आप छ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-गुलाबी

(म,मी, मू,में,मो,टा, टी,टू, टे )

सिंह : प्रातःकाल का समय बहुत अच्छी तरह से बीतेगा ऐसा गणेशजी कहते हैं। सामाजिक और व्यावसायिक क्षेत्र में आनंदप्रद और लाभप्रद समाचार आपको मिलेंगे। मित्रों के भी शुभ समाचार मिलेंगे। आय में वृद्धि होगी तथा धनलाभ होगा।

सुझव:-आप इस माह नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-सुनहला

( प,पी,पू,पे,पो,ष,म,टो, ठ )

कन्या : आपका दिन अनुकूल रहेगा ऐसा गणेशजी कहते हैं। परिजनों के साथ आपका सम्बंध प्रेमभरा रहेगा। मित्रों और स्वजनों से उपहार मिलेंगे। व्यवसाय में ऊपरी अधिकारी आप के कार्य से प्रसन्न रहेंगे। आपकी प्रसन्नता में भी इससे वृद्धि होगी।

सुझव:-आप इस माह तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-फिरोजी

तुला: उच्च अधिकारीगण की कृपादृष्टि आप को लाभ देगी अतः पदोन्नति हो सकती है। सामाजिक क्षेत्र में भी मान-सम्मान प्राप्त करने के प्रसंग बनेंगे। आरोग्य अच्छा रहेगा ऐसा गणेशजी कहते हैं।

सुझव :-आप इस माह दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-आसमानी

(न,नी, नू, ने,नो,तो,या,यी, यू )

वृश्चिक: वाणी पर संयम रखने से परिस्थिति अनुकूल बन सकेगी। उदर सम्बंधित दुःख से व्यग्र रहेंगे। व्यावसायिक क्षेत्र में आपत्ति आ सकती है। ऊपरी अधिकारियों से संभलकर चलिएगा। व्यवसाय में स्थिति प्रतिकूल है ऐसा अनुभव होगा।
सुझव:-आप इस माह पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:- नीला

( ये, यो,भ, भी, भू, ध,फ़,ढ, भे )

धनु: सुख और दुःख की मिश्र भावना आज दिनभर रहेगी ऐसा गणेशजी कहते हैं। प्रातःकाल में आप आनंद और मनोरंजन में डूबे रहेंगे। पारिवारिक वातावरण भी आनंदप्रद रहेगा। शारीरिक और मानसिक रूप से भी आप स्वस्थ रहेंगे।
सुझव:-आप इस माह सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
शुभरंग:-क्रीम

(भे, भो,जा,जी,जे,ख, खी, खे, खो,ग,गी )

मकर: बातचीत करते समय क्रोध पर संयम बरतने के लिए गणेशजी सूचित करते हैं। परिवार में सुख-शांति और आनंदपूर्ण वातावरण बना रहेगा। मान-सम्मान मिलने की भी संभावना है। आर्थिक लाभ होगा।
सुझाव:-आप इस माह बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।

शुभरंग:-श्वेत

( सा, सी,शू,,से,सो,ग, गे, गो,दा )

कुंभ: गणेशजी कहते हैं कि कला के प्रति आज आपको विशेष अभिरुची रहेगी। खर्च की मात्रा आज अधिक रहेगी। संतान से संबंधित प्रश्न सताएंगे। परंतु मध्याह्न के बाद घर में शांतिपूर्ण वातावरण छाया रहेगा। अपूर्ण कार्य पूर्ण होंगे। शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होगा। आर्थिक लाभ होगा।
सुझव:-आप इस माह नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
शुभरंग:-नारंगी

(दे,दो,दी,दू,चा, ची,थ,झ )

मीन : आज अधिक भावनाशील न बनने के लिए गणेशजी सलाह देते हैं। विचारों की अधिकता के कारण मानसिक रूप से शिथिलता का अनुभव होगा। इसलिए जमीन, मकान संपत्ति विषयक चर्चा आज न करने की गणेशजी सलाह देते हैं।

सुझव:-आप इस माह आप 11 मुखी धारण करें।

शुभरंग:-धानी

★प्रेरणा दाई चौपाई★

राम अतर्क्य बुद्धि मन बानी। मत हमार अस सुनहिं सयानी।।

अर्थ:-भगवान शिव कहते है कि हे भवानी प्रभु श्री राम बुद्धि ,मन, वाणी से परे अगोचर ,अजन्मा, अविनासी परात्पर ब्रम्ह है ऐसा हमारा मत है या मानना है ।

◆इति शुभम◆

||आचार्य स्वामी विवेकानंद||
|| श्री अयोध्या धाम ||
||श्रीरामकथा,श्रीमद्भागवत कथा व्यास व ज्योतिर्विद ||
संपर्क सूत्र:-9044741252

 

Back to top button