7 मई दिन रविवार का पञ्चांग: जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन

आज का पञ्चांग

।आप सबका मंगल हो 7 मई दिन रविवार।

 7 मई दिन रविवार का पञ्चांग: जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन ऋतु-बसंत
माह-वैशाख
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय:-05:27
सूर्यास्त:-06:33
राहू काल(अशुभसमय)शायं
04:30से 06:00बजे तक
तिथि:-द्वादशी
पक्ष:-शुक्ल
दिशाशूल-पश्चिम

।।आज का राशिफल।।

(चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, कू, अ )
मेष
आज शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा। व्यवसायिक यात्रा करनी पड़ सकती है। पारिवारिक असयोग से मन व्यथित हो सकता है। नौकरी में स्थानांनतरण होने की प्रबल संभावना बन रही है।

सुझाव:- आप दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें लाभ होगा।
शुभरंग:- नीला

( व, वी, वू, वे, वो, ओ, उ, ए, इ )
वृषभ
आज आप का नौकरी से ऊब हो सकती है। पारिवारिक सहयोग से सारे कार्य संपादित होंगे। व्यवहार में मधुरता आएगी। कृषि कार्यो में निवेश आपको लाभ प्रदान कर सकता है। आय सामान्य रहेगा।

सुझाव:- आप चौदह मुखी रुद्राक्ष हमेसा धारण करें आपका मंगल होगा।
शुभरंग:-गुलाबी

(क, की, कू, के, को, घ, हा, छ )
मिथुन
आज आप की अर्थ दशा में पहिले की अपेक्षा सुधार होगा।कोई साहसिक कार्य आप के द्वारा हो सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति हो गी। पारिवारिक धरातल मजबूत बनेगा।

सुझाव:- आप पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- समुद्री हरा

( ही,हू, हे, हो, डा , डी, डे, डो)

कर्क:-आज आप का मन राजनैतिक कार्यों में निमग्न रह सकता है। मुकदमें या अतिरिक्त ऋण से आप का मन खिन्न हो सकता है। व्यापारिक यात्रा होगी। पारिवारिक असहयोग का सामना करना पड़ सकता है।अर्थ पक्ष सामान्य रहेगा।

सुझाव:- आप छ मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:-नारंगी

( म, मी, मू, में, मो, टा, टि, टू, टे )
सिंह
आज आप को स्वल्प परिश्रम में अनुकूल लाभ की प्राप्ति होगी। व्यवसायिक यात्रा आपको सफलता प्रदान करेगी। भाइयों से तनाव की स्थिति बन सकती है। प्रेम सम्भन्धों में मधुरता आएगी।

सुझाव:- आप नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- लाल

(प, पी, पू, पे, पो, ष, म, टो, ठ )
कन्या
आज आप को पारिवारिक उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखें आपका कार्य अवश्य सफल होगा। व्यवसाय में उन्नति होगी ।जीवन साथी का सहयोग मिलेगा।

सुझाव:-आप तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें लाभ होगा।
शुभरंग:- चॉकलेटी

(रा, री, रु ,रे, रो, ता, ती ,तू, ते, तो )
तुला
आज आप कारोबारी यात्रा आपको सामान्य लाभ देगी। अपशब्द से बचे। खान -पान में व्यतिक्रम से स्वास्थ्य प्रभावित रहा सकता है। यात्रा का योग बन सकता है। किन्तु सेयर बाजर में आपको लाभ होगा।

सुझाव:- आप दो मुखी रुद्राक्ष धरण करें लाभ होगा।
शुभरंग:-फिरोजी

(न, नी, नू, ने, नो, तो, या, यी, यू )
वृश्चिक
आज आप का दिन भाग दौड़ भरा हो सकता है। विरोधी परास्त होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता के योग बन रहे है। व्यवसाय में आर्थिक तंगी बनी रह सकती हैं। पारिवारिक तनाव न लें।

सुझाव:- आप पाँच मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:- पिंक

( ये,यो, भ,भी, भू, ध, फ़, ढ, भे )
धनु
आज आप सोच समझ कर किसी कार्य को करें व धोखेबाजों से सावधान रहें। नया कार्य आपको आज सफलता दे सकता है। पारिवारिक सहयोग व पुराने मित्रों से सहयोग प्राप्त हो सकता है।

सुझाव:- आप सात मुखी रुद्राक्ष धरण करें आपका मंगल होगा।
शुभरंग:- श्वेत

(भे, भो, जा, जी, जु, जे, ख, खी, खे, खो, ग ,गी)
मकर

आज का दिन आपका थोड़ा संघर्ष पूर्ण हो सकता है। कार्य क्षेत्र नौकरी या व्यवसाय में आपसी असयोग का सामना करना पड़ सकता है ।संतान से यश में वृद्धि होगी। वैवाहिक या मांगलिक कार्यों का संपादन हो सकता है।

सुझाव:- आप बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करें उत्तम होगा।
शुभरंग:-धानी

( सा, सी, शू, से,सो, गा, गे, गो, दा )
कुंभ
आज आप को मित्रो का सहयोग मिलेगा। बहुत दिनों से प्रयास रत कार्य सफल हो सकते है। पारिवारिक जीवन सुख मय रहेगा। शिक्षा सम्बंधित कार्यों में प्रगति की संभावना बन रही है।

सुझाव:-आज आप नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें आपका मंगल होगा।
शुभ रंग:- पीला

(दे, दो, दी, दू, चा, ची, थ,झ )
मीन
आज आप को बेहतर काम काज के अवसर मिल सकते है। कुछ नया होने की संभावना बन रही है। यात्रा से लाभ मिलेगा। व्यापार में नौकरी में उतार -चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है अंततोगत्वा सफलता मिलेगी ।

सुझाव:- आप सात मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
शुभरंग:-क्रीम

●आज के दिन का विशेष महत्व●

1 आज वैशाख माह शुक्लपक्ष द्वादशी तिथि है।
2 आज रुक्मिणी द्वादशी व रवीन्द्रनाथ टैगोर जयंती है।
3 आज विवाह मुहूर्त है।

★प्रेरणा दाई चौपाई★

हनुमान अंगद रन गाजे।
हाँक सुनत रजनीचर भाजे।।

अर्थ:- श्री गोस्वामी तुलसी दास जी लंका काण्ड में वर्णन करते है। जब श्री हनुमानजी व अंगद जी निशाचरों के सम्मुख जय श्री राम की गर्जना किये तो उनके विकट जय घोष को सुन कर सारे निशाचर( राक्षस) भयाकुल होकर भागने लगे।

“अस्तु श्री राम नाम की गर्जना समस्त उपद्रवियों को सभय एवं समस्त भक्तों को अभय प्रदान करता है”

◆इति शुभम ◆

।।आचार्य स्वामी विवेकानंद।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
।।श्री रामकथा, श्रीमद्भागवत कथा व्यास व ज्योतिर्विद।।
संपर्क सूत्र:-9044741252

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