आगंतुकों के लिए विकास भवन परिसर में ही वेटिग रूम बनवाने का किया फैसला…
जनप्रतिनिधि हों या फिर अफसर। अब उन्हें अफसरों से मिलने के लिए दफ्तर के बाहर खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आगंतुकों के लिए विकास भवन परिसर में ही वेटिग रूम बनवाने का फैसला किया गया है। यहां आने वाले लोगों को अफसरों से मिलने के लिए सूचना भिजवानी होगी, यदि वह किसी कार्य में व्यस्त हैं तो संबंधित को वेटिग रूम में बिठाया जाएगा। इसके बाद संबंधित अफसर के खाली होते ही मुलाकात के लिए बुलाया आएगा। वेटिग के रूम के अलावा कार्यालय के सामने गलियारे को गमले से सजाया गया है। गमले में शोभाकार पौधे की रोपाई कराई गई है। संवारने के लिए चलाई जा रही मुहिम
विकास भवन परिसर को संवारने के लिए मुहिम सीडीओ आशीष कुमार के निर्देश पर अगस्त में शुरू की गई थी। यहां 24 विभागों के दफ्तर हैं। सीडीओ के अलावा भूतल पर ग्राम्य विकास विभाग, डीआरडीए, मनरेगा के साथ ही दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग के कार्यालय हैं। पहले तल पर नीर निर्मल परियोजना, सहकारिता, भूमि संरक्षण विभाग, पंचायतीराज, चुनाव कार्यालय, आरईएस, लघु सिचाई, पशुपालन व मत्स्य पालन विभाग के दफ्तर हैं। तीसरे तल पर सर्व शिक्षा अभियान के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण, रेशम पालन, पिछड़ा वर्ग कल्याण, नेडा, बाल विकास, अर्थ एवं संख्या, डूडा व समाज कल्याण विभाग के अधिकारी बैठते हैं। संबंधित अफसरों को स्वच्छता के साथ ही कार्यालय को बेहतर रखने के निर्देश दिए गए हैं। जन समस्याओं को लेकर पब्लिक के साथ ही जनप्रतिनिधि भी विकास भवन आते रहते हैं। कभी मीटिग या अन्य जरूरी कार्य के चलते उन्हें बाहर ही इंतजार करना पड़ता है, ऐसे में उनके बैठने के लिए परिसर में ही वेटिग रूम बनाया जा रहा है। जिससे लोगों को कोई असुविधा न हो।