अरेंज मैरिज करने से पहले करें जरुर ये होमवर्क

अमूमन अरेंज मैरिज के समय जन्म कुंडली को देख कर परिजन रिश्ता तय करते हैं। जन्मकुंडली में जहां वर पक्ष, कन्या के गुणों को देखता है तो वधु पक्ष के परिजन लड़के के गुणों के बारे में जानकारी लेते हैं। यदि गुण मिल रहे हों तो विवाह निश्चित हो जाता है।
ऐसे में यह सवाल जहन में आना लाजमी है कि एक सर्वगुण संपन्न लड़की/ लड़के में कैसे गुण होने चाहिए? शास्त्रों में इस बारे में विस्तार से बताया गया है…
शास्त्रों में वर्णित है कि विवाह के पहले जन्मकुंडली के अलावा लड़के का व्यवहार, उसके गुण, हुनर, समाज में उसका कैसे रुतबा है यह देखना चाहिए। वहीं, लड़की के गुणों को भी ध्यान देना चाहिए।
स्त्री और पुरुष दोनों को ही शिक्षित होना चाहिए। शिक्षित होंगे तो आपस में सामंजस्य बेहतर तरीके से बैठा पाएंगे और अपने परिवार, समाज में बेहतर तालमेल बना सकते हैं।
स्त्री को धार्मिक होना चाहिए अंधविश्वासी नहीं। क्योंकि समय के साथ चलने वाली स्त्री ही हर जगह बेहतर तालमेल बना सकती है। वहीं जिस परिवार में वह विवाह के बाद जाने वाली है यदि समय रहते ही, वहां के रीति-रिवाज और परंपराओं के बारे में जान ले तो ज्यादा बेहतर होता है।
परिवार में बहुत से रिश्ते होते हैं इन रिश्तों को कैसे संजोकर रखना है। यह बात लड़कियों को बेहतर तरीके से समझना चाहिए। वहीं, लड़कों को भी अपनी होने वाली पत्नी के परिजनों के प्रति सम्मान का भाव रखना चाहिए।
परिवार में कई बार आर्थिक और सामाजिक और भी अन्य विषम परिस्थितियां बनती हैं। ऐसे में वह अपनी भूमिका में कैसे इन समस्याओं के उबार सकती हैं। इन बातों को पहले से जान लेना चाहिए। वहीं लड़कों को भी शादी से पहले अपने होने वाली पत्नी का पूरा सहयोग देना चाहिए।