अयोध्या विवाद पर बोले CM योगी- अब बातचीत से नहीं बनेगी बात, SC से ही सकता है समाधान

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर तमाम संगठनों की तरफ से बातचीत का रास्ता अपनाने की वकालत की जा रही है. आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर से लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व सदस्य मौलाना सलमान नदवी भी कोर्ट के बाहर इस मसले के समाधान की बात रख चुके हैं. यहां तक कि बाबरी मस्जिद के पक्षकारों की तरफ से बातचीत की पेशकश का स्वागत किया जा चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राय इससे बिल्कुल अलग है.

Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath addressing reporters at Lok Bhawan in Lucknow on Wednesday. PTI Photo Nand Kumar (PTI5_10_2017_000285B)

सीएम योगी आदित्यनाथ का मानना है कि अयोध्या विवाद का समाधान बातचीत से होना होता तो काफी पहले हो चुका होता. आजतक से खास बातचीत में योगी ने कहा कि अयोध्या केस सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए सरकार का इस पर बोलना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर अदालत ने सरकार से राय मांगी तो वह अपनी राय सामने रखेगी.

योगी आदित्यनाथ ने अतीत में राम मंदिर निर्माण को लेकर सहमति बनाने की कोशिशों का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि 1880, 1934, 1949, 1986, 1989, 2010 में तमाम ऐसे मौके आए जब ये मामला सुलझ सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. योगी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि बातचीत से अगर इस मामले का हल होना होता तो काफी पहले हो चुका होता. अब सुप्रीम कोर्ट में इस केस की सुनवाई हो रही है और हमें अब इंतजार करना चाहिए.

राम मंदिर राजनीतिक मुद्दा नहीं

योगी आदित्यनाथ ने 2019 के लिए चुनावी मुद्दे के सवाल पर कहा कि राम मंदिर का मुद्दा हमारा राजनीतिक मुद्दा नहीं हो सकता, आस्था का मुद्दा हो सकता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास विकास और सुशासन के मुद्दे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए हैं. दोनों दिशाओं पर काम हो रहा है.

Back to top button