अमरिंदर सिंह ने गिरते जलस्तर पर चिंता जताते हुए कहा- अभी न जागे तो 20 साल में पंजाब की हालत रेगिस्तान जैसी हो जाएगी
लुधियाना में किसान मेले का उद्घाटन करने पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में गिरते जलस्तर पर चिंता जताते हुए कहा कि हमें उन फसलों पर ध्यान देना होगा, जिनमें कम पानी इस्तेमाल हो। उन्होंने कहा कि अगर अभी नहीं जागे तो आने वाले 20 साल बाद पंजाब की हालत रेगिस्तान जैसी हो जाएगी।
किसानों को संबोधित करते हुए सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब एग्रीकल्चरल यूनविर्सिटी पर हमें नाज है। यहां के वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं और कई नई फसलों का आविष्कार किया है। डेयरी उद्योग पर बात करते हुए कहा कि गुरदासपुर में नया रिसर्च सेंटर बना रहे हैं, इससे डेयरी उद्योग को लाभ मिलेगा।
पराली फूंकने पर भी मुख्यमंत्री ने चिंता जताई। कहा कि दिल्ली को देखें, जहां वातावरण कितना दूषित हो चुका है। इससे सीख लें और पराली न जलाएं। बाढ़ प्रभावितों के बारे में सीएम ने कहा कि जहां-जहां पर बाढ़ के पानी से नुकसान हुआ है, वहां का आकलन किया जा रहा है। प्रभावित लोगों को जल्द की रहत राशि प्रदान कर दी जाएगी।
किसान मेले का शुभारंभ करते कैप्टन अमरिंदर सिंह।
इससे पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की तरफ से शनिवार को दो दिवसीय किसान मेला और गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी की तरफ से तीन दिवसीय रीजनल एग्रीकल्चर व पशुपालन मेले का विधिवत तरीके से उद्घाटन किया।
पराली जलाने की अपील पर किसानों ने किया विरोध
संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने जब पराली न जलाने की अपील की तो किसानों ने शोर मचाकर विरोध जताया। इस सीएम ने कहा कि आप सबसे मेरी अपील है। पराली जलाने से पंजाब का ही नुकसान है। कई स्थानों पर पराली जलाने पर फायदा हुआ है। वहीं जब मुख्यमंत्री ने हैप्पी सीडर का इस्तेमाल करने की सलाह दी तो किसानों ने विरोध किया। सीएम ने कहा कि हम सब्सिडी देंगे। आप स्टाल में जा कर हैप्पी सीडर देखें। सीएम ने किसानों को कहा कि अपने बच्चों को आगे रख इस पर विचार करें। उन्होंने किसानों को गुरु नानक जी के 550वें प्रकाश पर्व का वास्ता देकर किसानों से पराली न जलाने की अपील की
रंधावा बोले, अगर किसानी बचेगी, तभी हिंदुस्तान बचेगा
मेले में किसानों को संबोधित करते हुए जेल मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने का कहा कि देश के आर्थिकी किसानी पर निर्भर है। अगर किसानी बचेगी, तभी हिंदुस्तान बचेगा। देश में किसानाें को मार्केट उपलब्ध करवानी होगी।उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड से होने वाले डेयरी प्रोडक्ट का केंद्र सरकार को विरोध करना होगा, नहीं तो पंजाब का डेयरी उद्योग खत्म हो जाएगा।
विभिन्न विभागों ने तीन सौ स्टाल लगाए
किसान मेले में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करते मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह।
पीएयू की ओर से किसान मेले मे विभिन्न विभागों के करीब तीन सौ स्टाल लगाए गए हैं। यहां अलग-अलग विभाग किसानों को नई शोधों के बारे में बता रहे हैं। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. बलदेव सिंह ढिल्लों ने कहा कि किसान मेले का थीम पवणु गुरु, पानी पिता, माता धरति महतु रखा गया है। यह मेला श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित होगा।