अब ब्लड के एक सैंपल से होगी 200 प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया की जांच

भोपाल। कई तरह की बीमारियों के लिए जिम्मेदार वायरस और बैक्टीरिया की जांच अब ब्लड के एक सैंपल से होगी। इस जांच में समय कम लगेगा और रिपोर्ट जल्दी मिलेगी। खर्च भी कम आएगा। अभी इस आधुनिक तकनीक का उपयोग अमेरिका में किया जा रहा है।

अब ब्लड के एक सैंपल से होगी 200 प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया की जांचआने वाले समय में भोपाल समेत देश भर के एम्स में इस तकनीक से बीमारियों की जांच की जाएगी। शुक्रवार को एम्स में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इन्फेक्शन एंड इम्यूनिटी के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. थामस ब्रीज ने जानकारी दी। वे एम्स के बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित करने आए थे।

कार्यशाला में डॉ. थामस ब्रीज ने बताया कि उन्होंने ब्लड एक ही सैंपल से अलग-अलग वायरस की जांच करने वाली ‘वीर कैप सिक वर्ट’और बैक्टीरिया की जांच के लिए ‘बैक कैप सिक वर्ट’ नामक दो अलग-अलग आधुनिक तकनीकी इजाद की है।

इनके जरिए वह अभी तक दुनिया के अलग-अलग देशों में 200 से अधिक वायरसों की पहचान कर चुके हैं। ये वायरस कई तरह की बीमारियों के लिए जिम्मेदार होते हैं। डॉ. थामस ने बताया कि इसके लिए बार-बार सैंपल लेने की जरूरत नहीं पड़ती, बल्कि वे एक बार लिए सैंपल से कई तरह के वायरस की जांच करते हैं।

इसका उपयोग दुनिया भर में किया जा सकता है। डॉ. थामस ने डीएनए और आरएनए की आधुनिक तकनीक से जांच के जरिए बीमारियों के लिए जिम्मेदार वायरस और बैक्टीरिया की पहचान करने के तरीके बताएं है।

बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार गोयल ने बताया कि डॉ. थामस ब्रीस ने कई तरह की जांच के आधुनिक तरीके बताएं है। वे आने वाले समय में वायरस और बैक्टीरिया की जांच के लिए अपनाई जाने वाली विदेशी तकनीक का उपयोग करेंगे।

कार्यशाला में प्रदेश के बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर एसोसिएट प्रो. रश्मि चौधरी, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. अश्विन, डॉ. कोटनिश, डॉ. सूर्यभान लोखंडे आदि मौजूद थे।

यूपी में बच्चों को होने वाले रोग का पता लगा रहे डॉ. थामस

भारत सरकार कोलंबिया यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इन्फेक्शन एंड इम्यूनिटी की मदद से यूपी में बच्चों को होने वाले तेज बुखार के कारणों का पता लगा रही है। इस टीम में डॉ. थामस ब्रीज भी शामिल है। उन्होंने बताया वे टीम के साथ यूपी में तेज बुखार के शिकार कुछ बच्चों के ब्लड सैंपल ले चुके हैं उनकी टीम रोग इस पर रिसर्च कर रही है। बता दें कि यूपी में हाल ही में तेज बुखार के कारण कई बच्चों की मौत हो चुकी है।

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