अब बस एक क्लिक पर पता करे आपका राशन कहां पहुंचा

प्रदेश में अनाज की कितनी खरीद हुई, गोदामों में कितना अनाज गया, राशन की दुकानों से कितनी बिक्री ङुई और राशन कहां पहुंचा। यह सब जानकारी अब बस एक क्लिक पर मिलेगी राशन वितरण में अनियमितता की शिकायतों को देखते हुए प्रदेश में अब सप्लाई चेन मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके तहत अनाज की सरकारी खरीद से लेकर जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों से राशन के वितरण की व्यवस्था को ऑनलाइन किया जाएगा।

अब बस एक क्लिक पर पता करे आपका राशन कहां पहुंचा इसके बाद एक क्लिक पर यह जानकारी हासिल की जा सकेगी कि प्रदेश में अनाज की कितनी खरीद हुई, गोदामों में कितना अनाज गया और राशन की दुकानों से कितनी बिक्री हुई।
सप्लाई चेन मॉनिटरिंग सिस्टम को लागू करने के लिए केंद्र सरकार ने पांच करोड़ रुपये की राशि भी जारी कर दी है। इस पूरी प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए खाद्य आयुक्त कार्यालय में प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट (पीएमयू) का गठन किया जाएगा, जिसे सेंट्रल सर्वर से भी जोड़ा जाएगा।

इस सिस्टम का फायदा यह होगा कि खाद्य आयुक्त के कार्यालय के साथ-साथ केंद्रीय उपभोक्ता मामले के मंत्रालय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण के अधिकारी भी वितरण की प्रक्रिया पर नजर रख सकेंगे। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को इस जानकारी को प्रगति पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव आनंदबर्द्धन ने इस सिस्टम को जल्द लागू करने का निर्देश दिया है।

जनपद स्तरीय गोदामों का भी होगा कंप्यूटराइजेशन सप्लाई चेन मॉनिटरिंग सिस्टम को लागू करने के लिए अनाज के प्रदेश स्तरीय गोदाम के साथ-साथ जनपद स्तरीय गोदामों का भी कंप्यूटराइजेशन किया जाएगा। राशन की दुकानों में प्वाइंट ऑफ सेल मशीन लगाई जाएगी।

ट्रकों में लगाया जाएगा जीपीएस

प्रदेश में गोदामों के कंप्यूटराइजेशन का कार्य चल रहा है। वहीं, इस सिस्टम से विभाग को हिसाब-किताब रखने में आसानी होगी। इंड टू इंड कंप्यूटराइजेशन होने से खरीद से लेकर राशन की दुकानों से वितरित होने वाले राशन का रिकॉर्ड विभाग के पास होगा।

इस सिस्टम को लागू करने के लिए गोदामों से राशन लेकर जाने वाले ट्रकों में जीपीएस लगाया जाएगा, ताकि विभाग के अधिकारी बैठे-बैठे यह जान सकेंगे के अनाज लेकर निकला ट्रक कहां तक पहुंचा है। ट्रक बीच में कितनी देर तक कहां रुका रहा।

 
 
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