अब एक साल की कठिन ट्रेनिंग और पढ़ाई के बाद जुड़े 58 कैडेट आइएमए की मुख्यधारा से

 भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) स्थित आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) के 114वें दीक्षा समारोह में 58 कैडेट को जेएनयू की डिग्री से नवाजा गया। एसीसी में तीन साल की कठिन ट्रेनिंग और पढ़ाई के बाद ये कैडेट आइएमए की मुख्यधारा से जुड़ गए हैं। अब एक साल की ट्रेनिंग के बाद ये सेना में बतौर अधिकारी शामिल हो जाएंगे।

सिपाही के रूप में फौज में भर्ती हुए देशभर के 58 युवाओं ने शुक्रवार को तरक्की की उड़ान भरी। वर्षों से सेना में अफसर बनने का सपना संजोए कैडेट लगन और मेहनत के बूते नए मुकाम तक पहुंच गए हैं। अब आइएमए में एक साल अफसर की ट्रेनिंग लेने के बाद यह अगले साल होने वाली पीओपी में अफसर पद की शपथ लेंगे।

आइएमए के कमाडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने आर्मी कैडेट कॉलेज के इन 58 कैडेट्स को जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी) से स्नातक की उपाधि व अवॉर्ड दिए। अवॉर्ड पाने वालों में 21 साइंस और 37 कैडेट्स ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम से स्नातक बने। कॉलेज से पासआउट होने के बाद यह कैडेट आइएमए में एक साल का प्रशिक्षण लेंगे। कमांडेंट ले. ज. एसके झा ने अफसर बनने की राह पर अग्रसर जेंटलमैन कैडेट्स को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

उन्‍होंने कहा कि उनके सामने कई चुनौतियां होंगी, मगर देश की आन, बान और शान बनाए रखने की जिम्मेदारी अब उनके हाथों में होगी। इस मौके पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेटों को बधाई देते कहा कि वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखें। कमांडेंट ने अभिभावकों को भी बधाई दी। इससे पहले एसीसी के प्रिंसिपल डॉ. नवीन कुमार ने कॉलेज की प्रगति रिपोर्ट पेश की। एसीसी कमान्डेंट ब्रिगेडियर वीएम चोधरी ने कैडेट्स को बधाई दी।

इन्हें मिला पुरस्कार 

  • चीफ आफ आर्मी स्टाफ मेडल
  • गोल्डः धीरज गुणवंत
  • सिल्वरः राहुल वर्मा
  • ब्रांजः संदीप सिंह
  • कमान्डेंट बैनरः कारगिल कंपनी
  • कमान्डेंट सिल्वर मेडल
  • सर्विसः धीरज गुणवंत
  • ह्यूमैनिटीजः नदीम अहमद
  • साइंसः धीरज गुणवंत
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