अपहरण के बाद जुड़वां भाइयों की हत्या के बाद चित्रकूट में हुआ बड़ा बवाल, पुलिस तैनात, धारा 144 लागू

मध्य प्रदेश में सतना जिले के चित्रकूट से 12 दिन पहले स्कूल बस से अपहरण किए गए छह वर्षीय जुड़वां भाइयों की कथित तौर पर हत्या कर दी गई है। दोनों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में यमुना नदी में तैरते मिले। अपहरणकर्ताओं ने दोनों भाइयों प्रियांश और श्रेयांश के कारोबारी पिता बृजेश रावत से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। कहा जाता है कि पिता ने पुलिस को बताए बिना 20 लाख रुपये अपहरणकर्ताओं को दे भी दिए थे।अपहरण के बाद जुड़वां भाइयों की हत्या के बाद चित्रकूट में हुआ बड़ा बवाल, पुलिस तैनात, धारा 144 लागू

पुलिस ने दोनों बच्चों की मौत की पुष्टि कर दी है। अपहरण के 12 दिन बीत जाने के बाद भी बच्चों का पता लगाने मे नाकाम रही मध्य प्रदेश पुलिस की बड़ी नाकामी सामने आई है। इस मामले में पुलिस ने 6 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। एमपी के आईजी चंचल शेखर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बच्चों के पिता से एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी। जिसमें से 20 लाख मिल जाने के बावजूद भी उनकी हत्या कर दी गई।

पुलिस का कहना है कि इस वारदात को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड पदम शुक्ला बजरंग दल के क्षेत्र समन्वयक विष्णुकांत का छोटा भाई है। हालांकि इस घटना में उसकी संलिप्तता का कोई सबूत नहीं मिले हैं। इस मामले पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘मैंने पीड़ित के पिता से बात की। इसके पीछे की राजनीति का पर्दाफाश होगा। वह जिस गाड़ी से यात्रा कर रहे थे और उसमें किसके झंडे लगे थे, पुलिस सबकुछ उजागर कर रही है। विपक्ष डर गया है क्योंकि इसमें उसके लोग शामिल हैं।’

12 फरवरी को सतना में एक स्कूल बस से इन दो बच्चों का अपहरण किया गया था। जानकारी के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने बच्चों से पूछा कि क्या हमें पहचान लोगे, इस पर जब उन्होंने हां कहां तो उन्होंने बच्चों के हाथ-पैर बांध कर उन्हें यमुना में फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि जिन छह लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है वे पेशेवर अपराधी नहीं है बल्कि जल्द पैसा कमाने के लालच में शॉर्टकट अपनाने वाले संपन्न घरों के लड़के हैं।

गिरफ्तार आरोपियों में एक स्कूल के सुरक्षा गार्ड का बेटा, एक बच्चों को कोचिंग पढ़ाने वाला लड़का, एक बीटेक का छात्र और एक पुरोहित का बेटा शामिल है। इसी बीच चित्रकूट में आक्रोशित भीड़ ने खूब तोड़फोड़ की। जिसके कारण यहां धारा 144 लागू कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने एफएसएल का वाहन भी तोड़ा दिया। जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है।

वहीं बताया जा रहा है कि पुलिस के लोग सद्गुरु सेवा संघ के लोगो के साथ मिल कर स्थानीय लोगो के साथ मारपीट कर रहे हैं। पुलिस की मौजूदगी में लोगों को पकड़कर गौ सेवा केंद्र के अंदर ले जाया जा रहा है जहां सद्गुरु के लोग डंडों से उनकी पिटाई कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस बंदूक के बल पर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।

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