अधिगृहित जमीन के उचित मुआवजे सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया

राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी के लिए अधिग्रहित जमीन के उचित मुआवजे सहित अन्य मांगों को लेकर किला जफरगढ़ गांव के पास कई दिन से चल रहे किसानों के धरने पर महापंचायत हुई। धरने की अध्यक्षता दलाल बारहा खाप के प्रधान होशियार सिंह दलाल ने की। इस दौरान किसानों ने सरकार को 11 जून तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वह पंजाब जाने वाली सभी ट्रेनों को रोक देंगे।

इसके तहत जुलाना से गुजरने वाली रोहतक-लुधियाना, चरखी दादरी से गुजरने वाली रेवाड़ी-फाजिल्का ट्रेन को रोका जाएगा। वहीं 13 जून को झज्जर जिले के जाखौदा-आसौदा से गुजरने वाली दिल्ली-बठिंडा ट्रेन को रोका जाएगा। इसके अलावा झज्जर जिले के मांडौठी गांव से गुजरने वाली गुरुग्राम नहर को भी रोक दिया जाएगा। 15 जून तक भी सरकार ने मांगें स्वीकार नहीं की तो अनिश्चितकाल के लिए हरियाणा बंद कर दिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि विभिन्न मांगों को लेकर किसान पिछले लगभग दो महीने से रमेश दलाल के नेतृत्व में किला जफरगढ़ गांव (जींद) और रामपुर गांव (चरखीदादरी) में धरने पर बैठे हैंं। इसी कड़ी में जुलाना बारहा के प्रधान राजमल लाठर के सहयोग से महापंचायत बुलाई गई, जिसमें प्रदेश की कई खापों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। महापंचायत में बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची।

महापंचायत का मंच संचालन दलाल खाप 84 के प्रवक्ता कैप्टन मान सिंह दलाल ने किया। महापंचायत में सुरेंदर दहिया प्रधान दहिया खाप, बिल्लू प्रधान कादयान खाप, सुरेंदर दलाल मदीना, हिसार जिले से महिला प्रतिनिधि निर्मला दहिया, रोहतक से राजबीर राठी, झज्जर से साहब सिंह मांडौठी, दादरी से विनोद मोड़ी, पलवल से कंवर पाल मौजूद रहे।

ये फैसले लिए गए

  • राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी के लिए अधिगृहित जमीन के बदले किसानों को दो करोड़ रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए।
  • हरियाणा को एसवाईएल नहर का पानी दिया जाए।
  • सुप्रीम कोर्ट ने एसवाईएल मुद्दे का फैसला हरियाणा के पक्ष में दिया है। इसलिए सेना के सहयोग से पंजाब के क्षेत्र में नहर का निर्माण कर हरियाणा को उसके हक का पानी दिया जाए।
  • हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन कर 3जी फार्मूला लागू किया जाए। इस फार्मूले के तहत अपने गोत्र, गांव में विवाह निषेध होगा।
  • पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोका जाए। महापंचायत में किसानों ने कहा कि अगर पंजाब हमारे हक का पानी नहीं देगा तो हम भी पंजाब जाने वाली सारी रेलगाडिय़ों को रोक देंगे।
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