अगर सन् 2000 के बाद बना है आपका ड्राइविंग लाइसेंस, तो अभी पढ़ें ये खबर वरना बाद में बहुत पछताएंगे
ड्राइविंग लाइसेंस भारत सरकार द्वारा जरी किया गाया एक आधिकारिक दस्तावेज है जो की बिना किसी मदद के सार्वजनिक सड़क पर मोटर चालित वाहन को चलने के लिए लोगों को अनुमति प्रदान करता है| लेकिन आजकल बहुत से लोग फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस बनवा लिया है और इसका धरल्ले से उपयोग भी कर रहे है लेकिन सरकार भी ऐसे मामलो में अब बहुत शख्त हो गयी है आपको बता दे की फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस को खत्म करने के लिए सरकार उसे आधार कार्ड से लिंक कराने का कदम उठाने जा रही है।
जिस तरह से कई जरूरी सरकारी सेवाओं और दस्तावेजों को आधार कार्स से लिंक कराना अनिवार्य हो चूका है ठीक वैसे ही अब ड्राइविंग लाइसेंस को भी आधार कार्ड से जोड़ना अनिवार्य होने जा रहा है। केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस को आधार कार्ड के साथ लिंक करना अनिवार्य करने जा रही है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में नितिन गडकरी से भी चर्चा करने वाले हैं।
इसके लिए उसने सुप्रीम कोर्ट में जानकारी देते हुए कहा कि अब सभी वाहन चालकों को अपना ड्राइविंग लाइसेंस, आधार से लिंक कराना बेहद जरूरी होगा।सरकार ने इस विषय पर बहुत भरी कदम उठाया है इसके लिए सरकार एक सॉफ्टवेयर भी बना रही है। और खबरों के मुताबिक ये कहा जा रहा है की वर्ष 2000 के बाद बने सभी स्मार्ट लाइसेंसों को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा।
यदि आपने इसे लिंक नहीं कराया तो आपका DL रद्द किया जा सकता है। इससे पहले आधार से बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर, पेन कार्ड, वोटर ID कार्ड, राशन कार्ड, LPG कनेक्शन कार्ड या अन्य डॉक्युमेंट्स को भी लिंक कराया जा चुका है।लेकिन अब सरकार इसके बारे में ठोस कदम उठाने जा रही है|
जानकारी के मुताबिक सरकार एक ऐसा सॉफ्टवेयर बना रही है जिससे ड्राइविंग लाइसेंस को आसानी से आधार कार्ड से लिंक कर दिया जाये जिससे फर्जी लाइसेंस जो बने है वी रद्द हो सके और इससे जिन लोगों के पास फर्जी लाइसेंस है उनकी डिटेल भी सामने आ जाएगा। और इसके बाद ऐसे लाइसेंस ऑटोमैटिक खत्म हो जाएंगे। सड़क सुरक्षा पर कोर्ट की बनाई एक कमेटी ने जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की बेंच को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्ट्री से मुलाकात करके फर्जी लाइसेंस सहित सड़क सुरक्षा को लेकर कई मुद्दों पर बातचीत की।और इसके बारे में बहुत कड़ी कार्यवाही की जा रही है|
हमारी भारत सरकार NIC के साथ मिलकर एक सॉफ्टवेयर सार्थी-4 बना रही है, जिससे DL को आधार से लिंक किया जा सकेगा। इस बारे में सरकार का कहना है कि एक बार जब ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंग कर दिया जाएगा तो सड़कों पर होने वाले क्राइम भी बहुत हद तक कम हो सकेंगे इसके लिए इस सॉफ्टवेयर से सभी राज्यों को धीरे-धीरे जोड़ा जाएगा।
आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से कैसे जोड़ें?
1- सबसे पहले अपने राज्य के सड़क परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
2- वेबसाइट पर ‘आधार नंबर एंट्री’ पर क्लिक करें।
3- इसके बाद रजिस्ट्रेशन नंबर या लाइसेंस के लिए ‘सर्च’ पर क्लिक कीजिए।
4- अब यहां अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या लाइसेंस नंबर एंटर कीजिए।
मोबाइल पर आएगा कन्फर्मेशन का मैसेज
5- ‘गेट डिटेल्स’ पर क्लिक करें और आपके वाहन की डिटेल यहां आ जाएगी।
6- इसमें नीचे की तरफ आपको आधार नंबर और मोबाइल नंबर का कॉलम दिखाई देगा।
7- अपना 12 अंकों का आधार नंबर अपने मोबाइल नंबर के साथ एंटर करें।
8- सबमिट के बटन पर क्लिक करें और आपके मोबाइल पर कन्फर्मेशन मैसेज आ जाएगा।
इस तरह से आप घर बैठे बिह ड्राइविंग लाइसेंस को अपने आधार कार्ड से लिंक कर सकते है जब ये आपस में कनेक्ट हो जाएंगे तब इंडिया के सभी वाहन चालकों की डिटेल आसानी से मिल जाएगी।और हम बैठे बैठे किसी भी वहां की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे ऐसा करने से हमें आसानी होगी|