अगर आपने अभी तक नहीं खाया हैं मुर्गे का यह अंग, तो मुर्गा खाना ही छोड़ दीजिए…

सर्दियों का मौसम शुरू हो चूका है और मीट की खपत भी इस मौसम में ज्यादा होती है। मार्केट में मुर्गे की टांग की कीमत सबसे ज्यादा होती है।वैसे तो चिकन को मुख्य रूप से कई व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता हैं। लेकिन क्या आप मुर्गे की टांग खाने से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं। आज हम नॉन-वेज प्रेमियों के लिए मुर्गे की टांग से होने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे है-

मुर्गे की टांग में सबसे अधिक मात्रा में कैलोरी और प्रोटीन पाया जाता है। अगर मुर्गे की टांग से ऊपरी त्वचा को हटा दे तो इसमें 106 कैलोरी होती है जबकि स्किनलेस चिकन में 176 कैलोरी पाई जाती है। साथ ही मुर्गे की टांग में कुछ वसा भी पाया जाता है जो विटामिन और ऊर्जा देता है।

चिकन में न सिर्फ प्रोटीन पाया जाता है बल्कि इसमें विटामिन और खनिज पदार्थो का भी स्रोत पाया जाता है इसमें मुख्या रूप से मौजूद विटामिन बी मोतियाबिंद और त्वचा से सम्बंधित विकारों को रोकने और कमजोरी को खत्म करने में उपयोगी है। साथ ही यह माइग्रेन, ह्रदय रोग और मधुमेह जैसी बिमारियों से भी बचाता है।

मुर्गे कि टांग में अधिक मात्रा में कोलेजन होता है जो कि वास्तविक कोलेजन होता है। ऐसा ही कोलेजन हरी सब्जियों में भी पाया जाता है। जो हमारी त्वचा को स्वस्थ बना कर रखता है। इसके अलावा चेहरे में होने वाले मुँहासे के निशान को हटाने में भी लाभकारी साबित होता है।

चिकन लेग में अधिक मात्रा में कोलेजन प्रोटीन होता है। जिससे हमारे शरीर का रक्तचाप के स्तर को एक सामान रखता है। इससे ब्लड प्रेशर की समस्या भी नहीं होती है। साथ ही इसमें मौजूद पोटैशियम उच्च रक्तचाप की शिकायत को भी दूर करता है।

चिकन लेग का सूप और शोरबा प्रोटीन, कोलेजन, चोंडरोइटिन और ग्लूकोसामाइन जैसे तत्वों से भरपूर होता हैं। जो हमारे पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है यह पोषक तत्व हमारे पाचन तंत्र के लिए बेहद जरूरी स्रोत है।

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