अगर आपके भी लैपटॉप में हैं बैटरी बैकअप की परेशानी, तो तुरंत करें ये काम हो जाएगी पहले से बेहतर…

लैपटॉप नया हो, तो बैटरी बैकअप की कोई परेशानी नहीं होती है, लेकिन धीरे-धीरे लैपटॉप में भी बैटरी बैकअप की समस्या आने लगती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लैपटॉप की क्वालिटी सही नहीं है, बल्कि लैपटॉप इस्तेमाल करने के तरीके से भी बैटरी पर असर पड़ता है. अगर डे-टू-डे टास्क के दौरान बैटरी बैकअप की समस्या आने लगे तो फिर आपको ये तरीके आजमाने चाहिए. इससे बैटरी की लाइफ बेहतर हो जाएगी.

डिस्प्ले को ज्यादा ब्राइट न रखें
लैपटॉप पर कार्य करने के दौरान अधिकतर समय डिस्प्ले ब्राइटनेस को अधिकतम लेवल पर रखने की जरूरत नहीं होती है. अगर ब्राइटनेट का लेवल मैक्सिमम है तो इसका असर बैटरी के साथ-साथ आपकी आंखों पर भी होता है. कोरोना वायरस की वजह से अभी भी बहुत सारे लोग घर से ही कार्य कर रहे हैं और घर पर ऑफिस की तरह लाइटिंग की बेहतर सुविधाएं नहीं होती हैं, लेकिन फिर भी ब्राइटनेस लेवल को कम करने से कार्य प्रभावित नहीं होगी. अधिकतर लैपटॉप में दो फंक्शन कीज होती हैं, जिनकी मदद से ब्राइटनेस लेवल को कम या ज्यादा किया जा सकता है. यदि आपके लैपटॉप में ये बटन नहीं हैं, तो आप सेटिंग> सिस्टम> डिस्प्ले में जाकर ब्राइटनेस लेवल को एडजेस्ट कर सकते हैं.

माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर का करें उपयोग
आप लैपटॉप पर जिस ब्राउजर का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसका असर लैपटॉप की बैटरी पर भी होता है. Microsoft के Internet Explorer को लेकर कई सारे मीम्स बन चुके हैं, लेकिन Microsoft का दावा है कि उसका Edge browser गूगल के क्रोम, फायरफॉक्स और ओपेरा जैसे अन्य ब्राउजरों की तुलना में अधिक बैटरी बचाता है. यानी लैपटॉप पर बैटरी बचाने के लिए एज ब्राउजर का इस्तेमाल आपके लिए बेहतर हो सकता है.

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