हार्ट अटैक आने से हुई एनडी तिवारी के बेटे रोहित मौत

हार्ट अटैक एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति का हृदय शरीर को खून की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर पाता है. खून की कमी के कारण शरीर के विभिन्न अंग अच्छी तरह से काम नहीं कर पाते हैं. जिसकी वजह से ह्रदय की मांसपेशियां कमजोर होने के साथ रक्त को पंप करने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है. कहते हैं बीमारी उम्र देखकर नहीं आती, ऐसा ही कुछ देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी के साथ भी हुआ ,दरअसल मंगलवार को रोहित शेखर तिवारी की दिल की गति रुकने से मौत हो गई , इतनी कम उम्र में उनकी हार्ट अटैक से मौत ने सबको हैरानी में डाल दिया. हार्ट अटैक एक ऐसी स्थिति है जिसमें ह्रदय शरीर को रक्त की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर पाता है.

आइए जानते हैं आखिर क्या होता है हार्ट अटैक और क्या हैं इसके लक्षण और बचाव के तरीके.

हार्ट अटैक के लक्षण-
यूं तो हार्ट अटैक आने का कोई निश्चित समय नहीं होता है. व्यक्ति कभी भी इस बीमारी की चपेट में आ सकता है. बावजूद इसके हार्ट अटैक आने से एक महीना पहले कई ऐसे लक्षण होते हैं जो व्यक्ति को सचेत करते हैं कि आप हार्ट अटैक का शि‍कार बन सकते हैं, बहुत अधिक थकान होना-नींद न आना-सांस लेने में दिक्कत-सीने में बेचैनी-खट्टी डकार-अनियमित दिल की धड़कन-पैर और टखने की सूजन

 

हार्ट अटैक से ऐसे करें बचाव-धूम्रपान से बनाएं दूरी – ह्रदय रोग से बचना चाहते हैं तो सबसे पहले धूम्रपान से आपको दूरी बना लेनी चाहिए. धूम्रपान दिल संबंधित बीमारियों के लिए सबसे प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है. निकोटिन के कारण रक्त वाहिकाओं संकुचित हो जाती हैं जिससे ह्रदय कठोर हो जाता है.

 

हार्ट अटैक से ऐसे करें बचाव-देर तक न बैठें-ह्रदय रोग से बचने के लिए दूसरा उपाय है कि कोशिश करें कि आप ज्यादा देर तक एख ही जगह पर न बैठें. अगर आपका सिटिंग जॉब है तो नियमित रूप से व्यायाम करने के साथ समय मिलते ही ऑफिस का एक चक्कर लगा लें.

हार्ट अटैक से ऐसे करें बचाव-वजन को बढ़ने से रोकें-बढ़ता वजन कई बीमारियों का जनक होता है. इन्हीं बीमारियों में से एक है ह्रदय रोग.मोटापा ह्रदय रोगों से जुड़े खतराें को बढ़ा देता है. इतना ही नहीं मोटापा आपके रक्तचाप को भी बढ़ाने का काम करता है. कोशिश करें, आप अपना बढ़ता  वजन शारीरिक गतिविधियों की मदद से कम करें.

 

 

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