‘स्वच्छ भारत अभियान’ के नाम पर पत्नी को जिंदा दफनाया
एजेंसी/ केलवदा पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह के मुताबिक, चांदीमल जैन राजस्थान में ग्रोसरी का दुकानदार था। जैन की कोर्ट मैरिज अक्टूबर 2013 में हुई थी। लेकिन, सरिता लंबे समय से बीमारी के कारण काफी परेशान थी और उनसे पूरी तरीके से बिस्तर पकड़ लिया था। शादी के एक साल बाद सरिता ने एक बच्चे को भी जन्म दिया, लेकिन वो भी जिंदा नहीं रहा। पंद्रह दिनों के भीतर वो बच्चा खत्म हो गया। अपनी पत्नी की खराब सेहत के चलते जैनजैन ने अपनी जिंदा पत्नी को उस गड्ढे में पत्नी को जिंदा दफनाया उसे अपने रास्ते से हटाने के फैसला किया।
पत्नी को जिंदा दफनाया
अप्रैल के महीने में जैन ने कुछ स्थानीय मजदूरों को दिहाड़ी पर लेकर घर में टॉयलेट बनाने के नाम पर गड्ढे खुदवाने शुरु किए। जब इन मजदूरों ने घर में टॉयलेट के लिए गड्ढे खोद दिए उसके अगले दिन जैन ने उन मजदूरों से इसलिए ना आने को कहा क्योंकि अब उनके पास पैसे खत्म हो चुके हैं। उसके बाद जैन ने अपनी जिंदा पत्नी को उस गड्ढे में दफना दिया।
लेकिन, जब जैन के रिश्तेदार और उसके पड़ोसियों ने उसकी पत्नी के बारे में पूछना शुरू किया तो वो परेशान हो गया। जैन ने उन लोगों को बताया कि उसकी पत्नी मायके गई है। जैन के भाई ने भी ये समझा कि शायद दोनों के बीच कोई आपसी झगड़ा हुआ है।
आखिरकार, किसी को इस बात का शक ना हो कि उसने अपनी पत्नी को मार दिया है इसलिए चांदीमल जैन ने एक जून को केलवदा पुलिस थाने में जाकर अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। पुलिस कांस्टेबल ने कहा- “जैन पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी सरिता ने घर से 5 हजार रूपये लिए और बिना किसी सूचना के वह घर से चली गई।”
लेकिन, जब रविवार को पुलिस ने उसके घर में उस गड्ढे की खुदाई की तो उस जैन की पत्नी का अवशेष वहां से बरामद हुआ। उसके बाद समता नगर पुलिस ने उसे पकड़ने को कहा गया जो मुंबई के कांदिवली के अशोक नगर में अपने रिश्तेदार के यहां पर भाग गया था। जैन के खिलाफ पुलिस ने हत्या और सबूतों को नष्ट करने के जुर्म में केस दर्ज कर लिया है।