सिर्फ और सिर्फ सेक्स की वजह से ही होती है, दुनिया की यह 4 बड़ी खतरनाक बीमारियां

वर्तमान समय में हम सब ऐसे दौर में हैं जब आए दिन नई-नई बीमारियों के बारे में जानते हैं। बदलते पर्यावरण और जीवनशैली की वजह से कई तरह की नई बीमारियां सामने आ रही हैं। हम यहां चार ऐसे बैक्टीरियां के बारें में बात कर रहे हैं जो सेक्स के कारण बीमारी को जन्म देते हैं। इन बीमारियों के बारे में पहले से सतर्क रहा जाय तो कई तरह की परेशानी से बचा जा सकता है।

माइकोप्लाज़मा जेनिटेलियम

माइकोप्लाज़मा जेनिटेलियम दुनिया के सबसे सूक्ष्म बैक्टीरिया में से एक है, लेकिन इससे होने वाले सेक्शुअल ट्रांसमिटेड संक्रमण दुनिया में बड़ी परेशानी का कारण बनता जा रहा है।

ये बैक्टीरिया महिलाओं की प्रजनन प्रणाली में पैल्विक सूजन का कारण बनता है। जिससे बांझपन, गर्भपात, समय से पहले प्रसव और यहां तक कि भ्रूण की मृत्यु तक हो सकती है। कॉन्डोम का इस्तेमाल इस संक्रमण को पार्टनर तक पहुंचने से रोक सकता है।

लिंफोंग्रानुलोमा वेनेरेउम (एलजीवी)

क्लैमाइडिया ट्रेकोमैटिस के असामान्य तनाव के कारण होने वाला यह एसटीआई (सेक्शुअल ट्रांसमिटेड इंफ़ेक्शन), ‘भयानक संक्रमण’ का कारण बन सकता है। एलजीवी के संक्रमण के कारण अस्थायी पिंपल, जननांग में अल्सर की परेशानी हो सकती है और फिर इसका बैक्टीरिया शरीर के लसिका तंत्र पर आक्रमण कर देता है।

पिछले एक दशक से एलजीवी यूरोप और उत्तरी अमेरिका में तेजी से बढ़ता जा रहा है। खास तौर पर ये बीमारी बाईसेक्शुअल और गे लोगों को ज्यादा शिकार बनाती है।

नाइसेरिया मेनिन्जाइटिस

नाइसेरिया मेनिन्जाइटिस को मेनिन्गोकस के नाम से भी जानते हैं. ये बैक्टीरिया दिमाग़ और रीढ़ की हड्डियों को संक्रमित कर सकता है। लेकिन इससे कई ज़्यादा ये यूरोजेनिटल संक्रमण के लिए जाना जाता है।

लगभग 5 से 10 फ़ीसदी नौजवानों में नाइसेरिया मेनिंजाइटिस बैक्टीरिया गले या नाक के माध्यम से पहुंचते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक ये संक्रमण एक शख्स से उनके पार्टनर में ओरल सेक्स और अन्य तरह के संपर्क से पहुंच सकता है।

कुल पांच तरह के एन. मेनिन्जाइटिस दुनिया भर में होने वाले यौन संक्रमण के लिए ज़िम्मेदार हैं, हालांकि इस बैक्टीरिया के लिए दो वैक्सीन उपलब्ध हैं जिनकी मदद से इस बैक्टीरिया के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

शिगेला फ़्लेक्ज़ेनरी

इसे शिग्लोसिस के नाम से भी जानते हैं। ये इंसानी मल के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संपर्क में आने से फैलता है। इस संक्रमण के बाद पेट में तेज़ दर्द, डायरिया जैसी शिकायत होती है औ इसके इस तरह ये बैक्टीरिया अपना संक्रमण आगे तक फैलाता है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि एस. फ़्लेक्ज़ेनरी मूल रूप से ओरल सेक्स और एनल सेक्स के जरिए फैलता है। दुनिया भर में इसके संक्रमण के मामले तेज़ी से सामने आ रहे हैं।

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