सावन माह में रविवार को सूर्य पूजा के साथ करें शिव आराधना आैर पाये शुभ फल

एेसे करें शिव की आराधना 

रविवार को सावन 2018 का दूसरा दिन होगा इस दिन भोले नाथ आैर माता शक्ति की एक साथ पूजा करें और साथ में रविवार को आराध्य देव सूर्य की भी पूजा करें इससे आपको संतान सुख, वैभव, धन और वर्चस्व की प्राप्ति होगी। सबसे पहले रविवार को स्नान के पश्चात पूजास्थल में विराजित शिवलिंग या शिव पार्वती की तस्वीर का विधिवत पूजन करें। लाल और पीले रंग के वस्त्र पहनें तो अति उत्तम रहेगा। इसके बाद  पूर्व मुखी होकर कुशा के आसन पर बैठ कर पूजा करें। दिया जलायें, शिव जी आैर सूर्य देव पर जल चढ़ायें। शिवलिंग पर धतूरे के पुष्प, अकौड़े के पुष्प आैर बेलपत्र अर्पित करें। जल में गुड़ मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें तथा जायफल हाथ में लेकर नीचे लिखे मंत्र का 108 बार जाप करें आैर उसके बाद जायफल को घर की पूर्व दिशा में किनारे रख दें। सावन माह में रविवार को सूर्य पूजा के साथ करें शिव आराधना आैर पाये शुभ फल

शिव आराधना मंत्र- ह्रीं ॐ भुवनेश्वाय सर्वलोकविभूषणाय नमः शिवाय ह्रीं।। 

सूर्य पूजा

अब विधान पूर्वक सूर्य की पूजा करें। सूर्य देव का ध्यान कर जल में कुमकुम मिलाकर अर्घ्य दें। सूर्य और शिवलिंग पर लाल चंदन चढ़ाएं। सूर्य देव को लाल कनेर के फूल अर्पित करें आैर लड्डू या गुड़ का भोग लगाएं। फिर नीचे दिए सूर्य मंत्र का जाप करें। । इस मंत्र जाप करने से सफलता के साथ यश भी प्राप्त होता है। त्वचा संबंधी रोगों का अंत होता है। ये सूर्य मंत्र कामना सिद्धि प्रदान करने वाला होता है। 

सूर्य आराधना मंत्र- ह्रीं सूर्याय सर्वभूतानां शिवायार्तिहराय च। नम: पद्मप्रबोधाय नमो वेदादिमूर्तये।। मंत्र समाप्ति के बाद सूर्य देव के चित्र की प्रदक्षिणा करें। रविवार को उपवास करें और सूर्यास्त से पहले नमक का सेवन न करें। एेसा करने से  संतान सुख में वृद्धि होती है, जीवन वैभवशाली बनता है अपार धन की प्राप्ति होती है आैर सामाजिक वर्चस्व बढ़ता है।

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