पति-पत्नी, दोनों गुरुवार को पीले वस्त्र धारण करें और व्रत रखें। इस दिन पीली वस्तुओं का दान करें और पीला भोजन ही करें।
स्त्री गेहूं के आटे की लोई बनाकर उसमें भीगी चने की दाल और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर रोजाना गाय को खिलाएं। जल्द ही आपके आंगन में किलकारियां गूंजेगीं।
हर गुरुवार को भिखारियों को गुड़ दान करें। इससे भी संतान सुख प्राप्त होता है।
रविवार को छोड़कर स्त्री रोजाना पीपल के पेड़ पर दीपक जलाएं। और उसकी परिक्रमा करते हुए संतान प्रप्ति की प्रर्थना करें।