श्री यंत्र उपासना – चारों पुरूषार्थ के साथ सफल हो जाता है हर काम, जानिए कैसे

यदि कभी आपको 12 वर्षों में एक बार आयोजित होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ का लाभ लेने का अवसर मिला होगा और यदि नहीं मिला है तो अब समय अधिक दूर नहीं है। वर्ष 2016 में आप इस आयोजन का लाभ ले सकेंगे। यह आयोजन होता है मध्यप्रदेश की उज्जैन नगरी में। जी हां, बारह ज्योर्तिलिंग में से एक श्री महाकालेश्वर के समीप ही शक्ति का एक पीठ प्रतिष्ठापित है। इसी पीठ के उपरी भाग पर जब आप अपनी नज़र दौड़ाऐंगे तो आपको सभी देवी देवताओं के दर्शन होंगे। यहां आपको माता शक्ति के सभी स्वरूपों के दर्शन भी होंगे। जी हां, जब आप ध्यान से नज़र दौड़ाऐंगे तो आपको एक यंत्रनुमा आकृति बनी नज़र आएगी। आखिर यह चमत्कारिक यंत्र कौन सा है।श्री यंत्र उपासना - चारों पुरूषार्थ के साथ सफल हो जाता है हर काम, जानिए कैसे

यही है मोक्ष, अर्थ, धर्म, काम, भोग, तप को प्रदान करने वाला श्रीमद् त्रिपुर सुंदरी श्री यंत्र। जी हां। यह अद्भुत यंत्र जिसे शुक्रवार को विधिविधान से पूजन कर स्थापित किया जाए तो आपको मनोवांछित सफलता प्राप्त होती है। देवी त्रिपुरसंदरी महालक्ष्मी का यह सिद्ध यंत्र जीवन में ऐश्वर्य और आनंद को प्रदान करने वाला है। भगवान शिव ने अपने तपोबल से इस श्रीयंत्र को धरती पर प्रतिष्ठापित किया था। यह बहुत ही प्रभावशाली यंत्र है। जिसके पूजन से सभी पुरूषार्थों की प्राप्ति होती है। यह ध्यान कुडलिनी के जागरण में भी बेहद सहायक होता है। यह यंत्र बहुत शक्तिशाली है।

इस यंत्र में भूपुर के चारों ओर चार द्वार बताए गए हैं। बिंदु से लेकर भूपुर तक 10 अवयव बताए गए हैं। इसमें बिंदु, त्रिकोण, अष्टकोण, अंतर्दशार, बहिर्दशार, चतुर्दशार, अष्टदल, षोशदल, तीनवृत्त आदि निर्मित किए गए हैं। इस माध्यम से यह प्राचीन गणितीय ज्ञान को भी दर्शाता है। यह पूरी तरह से वैज्ञानिक है। और इससे एक दीव्य शक्ति का प्रभाव निर्मित होता है। इसके पूजन से हर बाधा का निवारण होता है और मनचाही सफलता मिलती है

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