शेयर बाजार का रिकॉर्ड टूटा, निवेशकों ने एक दिन में कमाए 5.33 लाख करोड़

शेयर बाजार की रिकॉर्ड छलांग से निवेशकों की पूंजी में भी बड़ा इजाफा हुआ है। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के निवेशकों को कारोबार के दौरान 5.33 लाख करोड़ रुपये का लाभ हुआ। इससे कंपनियों का पूंजीकरण बढ़कर 1 करोड़  51 लाख 86 हजार 312 करोड़ रुपये हो गया, जो शुक्रवार को बाजार बंद होने के समय 1 करोड़ 46 लाख 58 हजार 709 करोड़ रुपये था। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में बीएसई का पूंजीकरण 7.48 लाख करोड़ रुपये बढ़ चुका है। 

एक साल का चढ़ाव-उतार दिखा

बीएसई पर कारोबार के दौरान 66 स्टॉक्स 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गए जबकि 151 स्टॉक्स अपने एक साल के निचले स्तर पर आ गए। बढ़त पाने वाले स्टॉक्स में बजाज फाइनेंस, डीसीबी बैंक, फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा शामिल रहे।

वहीं, बायोकॉन, बिनानी इंडस्ट्रीज, जुब्लियंट और मोंसैंटो के स्टॉक्स एक साल के निचले स्तर पर चले गए। बीएसई पर सूचीबद्ध कुल स्टॉक्स मेें से 1,998 में बढ़त दिखी, जबकि 631 में गिरावट रही। 

रुपये में दो महीने की बड़ी बढ़त

एग्जिट पोल में एनडीए सरकार की वापसी के संकेतों का मुद्रा विनिमय बाजार में भी असर दिखा। भारतीय मुद्रा में निवेशकों का रुझान बढ़ने से रुपये में दो महीने की सबसे बड़ी उछाल दिखी। डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे चढ़कर 69.74 के स्तर पर बंद हुआ, जो दो सप्ताह का उच्चतम स्तर है। एक समय रुपये में 79 पैसे बड़ी उछाल दिखी थी। इससे पहले 18 मार्च को रुपया 57 पैसे की मजबूती के साथ बंद हुआ था।

नई सरकार एमएसपी खत्म कर कॉरपोरेट टैक्स घटाए

”सरकार को अगले तीन वर्षों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खत्म करने पर जोर देना चाहिए। इस दौरान सरकार को कृषि क्षेत्र में हस्तक्षेप पूरी तरह बंद कर सिर्फ सुधारों पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि, किसानों की न्यूनतम आय योजना का दायरा जरूर बढ़ाया जाए। देश में कॉरपोरेट टैक्स काफी ज्यादा है और नई सरकार को इसमें 5 फीसदी तक कटौती करनी चाहिए। 
सुरजीत भल्ला, अर्थशास्त्री

”एग्जिट पोल के रुझानों पर ही निवेशकों में इतना उत्साह दिखा है। घरेलू शेयर बाजार के सभी क्षेत्रों में बढ़त दिखी और इस बात की पूरी उम्मीद है कि 23 मई को परिणाम आने तक बाजार में तेजी जारी रहे।
जोसेफ थॉमस, प्रमुख शोधकर्ता, एमके वेल्थ मैनेजमेंट

” चुनाव परिणाम आने तक बाजार में पूरी तरह उत्साह रहेगा। संस्थागत निवेशकों की खरीदारी से बाजार को यह मजबूती मिली है। अगले तीन दिन कॉरपोरेट रिजल्ट और वैश्विक कारकों का प्रभाव दिखेगा। 
धीरज रेल्ली, एमडी-सीईओ, एचडीएफसी सिक्योरिटीज

”अगर रुझान सही रहे और एनडीए की सत्ता में वापसी होती है तो हमें कर सुधार और बैंकिंग सुधार की नीतियों के कायम रहने की उम्मीद है। इस दौरान राजकोषीय समेकन का मुद्दा रहेगा और वृद्धि दर में अपेक्षित तेजी बाधित हो सकती है।
सोनल वर्मा, प्रबंध निदेशक (भारत), नोमुरा

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