इस शख्स ने साल भर खाई सभी चीजें एक्सपायरी डेट, फिर हुआ कुछ ऐसा जिसे देख डॉक्टर्स हुए पागल…

पिछले साल मॉम्स ऑर्गेनिक मार्केट के संस्थापक और सीईओ स्कॉट नैश ने कुछ ऐसा किया जिसे करने से अमूमन लोग डरते हैं। उन्होंने दही की एक्सपायरी डेट खत्म होने के महीनों बाद उसे खाया। इसके बाद उन्होंने टॉर्टिलास को खाया, जिसकी एक्सपायरी डेट एक साल पहले निकल चुकी थी। नैश का कहना है कि उन्होंने साल भर तक यह एक्सपेरीमेंट किया, जिसमें खाने पीने की चीजों की एक्सपायरी डेट निकलने के कई हफ्तों या महीनों के बाद भी उन्हें खाया।

दरअसल, वह दिखाना चाहते थे कि खाने-पीने की चीजों में लिखी एक्सपायरी डेट का कोई मतलब नहीं होता है। बताते चलें कि हर खाने-पीने की चीज में उसकी एक्सपायरी डेट लिखी होती है, जिसे देखकर लोग पता करते हैं कि यह सामान कितने दिनों के बाद खाने लायक नहीं रहेगा। नैश ने कहा कि इस एक्सपेरीमेंट के बाद मैं इस जान गया हूं कि खाद्य पदार्थों पर लगे लेबल पर लिखी तारीखों का खाद्य सुरक्षा से बहुत कम लेना देना है।

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कई मामलों में एक्सपायरी डेट यह इंगित नहीं करती हैं कि वह भोजन खाने के लिए कब सुरक्षित नहीं होगा। बल्कि इसमें वे तारीख दी जाती हैं, जब निर्माता को यह लगता है कि इस तरीख के बाद वे अच्छा स्वाद नहीं दे सकेंगी। कुछ खाद्य पदार्थ जैसे डेली मीट, अनपॉश्चेराइज्ड मिल्क और चीज और आलू जैसे प्रिपेयर्ड फूड्स जिन्हें आप गर्म नहीं करते हैं, उन्हें सुरक्षा कारणों से उनके उपयोग की तारीख (एक्सपायरी डेट) निकल जाने के बाद फेंक दिया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि लैंडफिल साइट्स में भोजन की बर्बादी मीथेन गैस पैदा करती है, जो एक ग्रीन हाउस गैस है। यह कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में वायुमंडल में गर्मी पैदा करने में 28 से 36 गुना अधिक प्रभावी है। इस तरह खाने की बर्बादी करके आप सिर्फ कैलोरी और पैसे की बर्बाद नहीं करते हैं, बल्कि आप उन सभी संसाधनों को बर्बाद कर रहे हैं, जो उस भोजन को उगाने, पैकेजिंग करने और परिवहन करने में इस्तेमाल किए गए थे।

 

 

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