बांदीपुर नेशनल पार्क
ऊटी के रास्ते के बीच व मैसूर से 80 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद यह नेशनल पार्क एडवेंचर से भरपूर है। यहां टाइगर, पैंथर, हाथी, हिरन व अलग-अलग प्रजातियों की चिड़ियां मौजूद हैं। वन विभाग की ओर से सुबह व शाम को सफारी की व्यवस्था की जाती है। 800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए इस पार्क (उद्यान) में प्रचुर मात्रा में सुंदर, गहरा और घना जंगल है। 1931 में मैसूर के महाराजा ने इस पार्क (उद्यान) की स्थापना की थी। पार्क में भूरे बाज़ उल्लू, ट्रोगोंस, ग्रे जंगल पक्षी, ड्रोंगो बे उल्लू, बुनकर पक्षी(बया), कठफोड़वा, किंगफिशर, सामान्य गाने वाले पक्षी और मक्खी आदि को देखा जा सकता है। इस उद्यान में कुछ दुर्लभ प्रजाति की वनस्पतियां जैसे सागौन, आंवला, बांस और सित्सल भी पाई जाती हैं ।
कॉर्बेट नेशनल पार्क
उत्तराखंड के नैनिताल जिले में स्थित जिम कार्बेट नैशनल पार्क वाइल्ड लाइफ लवर्स के साथ-साथ प्रकृति से प्यार करने वालों के पसंदीदा जगहों में से एक है। अगर आप रोमांच के साथ-साथ जोश और एक्साइटमेंट का अनुभव लेना चाहते हैं, तो जिम कॉर्बेट जरूर पहुंचे। हर साल करीब 70 हजार पर्यटक पार्क घूमने आते हैं। इस पार्क में टाइगर, हाथी, चीतल, सांभर, नीलगाय, घड़ियाल, किंग कोबरा व उड़ने वाली लोमड़ी समते कई जानवरों की प्रजातियां मौजूद हैं।
कान्हा नैशनल पार्क
कान्हा टाइगर रिजर्व जिसे कान्हा नैशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यह पार्क मध्य प्रदेश स्थित सतपुड़ा के जंगलों में दो जिलों में फैला हुआ है। अगर आप जंगल और जानवरों के शौकिन हैं, तो एक बार कान्हा नैशनल पार्क जरूर जाएं। इस पार्क में बाघ के अलावा स्लॉथ बेअर और जंगली कुत्तों को भी देख सकते हैं। इसके अलावा यहां चीता, बाघ, चीतल, बार्किंग डियर और पक्षियों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं।
मुदुमलाई
तमिलनाडू स्थित मुदुमलाई वन्य जीवन और एडवेंचर के कारण देश-विदेश के सैलानियों को बहुत आकर्षित करता है। नीलगिरी पहाड़ पर मौजूद यह वन्य क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरताओं से भरपूर है। जो लोग एडवेंचर और नेचर से प्यार करते हैं उनके लिए यह बेहतरीन डेस्टिनेशंस में से एक है। आप यहां पक्षियों की 200 से अधिक प्रजातियों को देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहां भारतीय हाथी, बंगाल टाइगर, गौर और भारतीय तेंदुए को भी देख सकते हैं।