ये 5 वास्तुदोष बनते है आर्थिक नुकसान का कारण, जानकर पाएं इनसे मुक्ति

अक्सर आपने देखा होगा कि कोई व्यक्ति बड़ी मेहनत करता हैं और अपार धन का स्वामी बनता हैं, लेकिन वह धन उसके पास स्थिर नहीं रह पाता हैं। व्यक्ति की कई कोशिशों के बाद भी उसे लगातार पैसों का नुकसान होता रहता हैं। इसका सबसे बड़ा कारण होता हैं घर में वास्तुदोष का होना। जी हाँ, घर में आर्थिक नुकसान का कारण कई वास्तुदोष हो सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही वास्तुदोष बताने जा रहे हैं, जिनको दूर कर आप होने वाले आर्थिक नुकसान से बच सकते हैं। तो आइये जानते है इन वास्तुदोषों के बारे में। नल से पानी टपकना

* धन रखने की दिशा

धन में वृद्धि और बचत के लिए तिजोरी या आलमारी जिसमें धन रखते हों, उसे दक्षिण दिशा में इस तरह रखें की इसका मुंह उत्तर दिशा की ओर रहे। धन में वृद्धि के लिए तिजोरी का मुंह उत्तर दिशा की ओर रखना सबसे अच्छा माना जाता है।

* नल से पानी टपकना

घर के नलों में से पानी का टपकना बहुत आम बात मानी जाती है। इसलिए इसे बहुत से लोग अनदेखा कर जाते हैं, लेकिन नल से पानी का टपकते रहना भी वास्तुशास्त्र में आर्थिक नुकसान का बड़ा कारण माना गया है। वास्तु के नियम के अनुसार, नल से पानी का टपकते रहना धीरे-धीरे धन के खर्च होने का संकेत होता है। इसलिए नल में खराबी आ जाने पर तुरंत बदल देना चाहिए।

* बेडरूम में लगाएं धातु की चीजें

बेडरूम में गेट के सामने वाली दीवार के बाएं कोने पर धातु की कोई चीज लटकाना चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार, यह स्थान भाग्य और संपत्ति का क्षेत्र होता है। इस दिशा में दीवार में दरारें आदि नहीं होना चाहिए। इस दिशा का कटा होना भी आर्थिक नुकसान का कारण होता है।

* घर में न रखें कबाड़

घर में टूटे-फूटे बर्तन एवं कबाड़ को जमा करके रखने से घर में नेगेटिव ऊर्जा फैलती है। टूटा हुआ पलंग, अलमारी या लकड़ी का अन्य सामान भी घर में नहीं रखना चाहिए, इससे आर्थिक लाभ में कमी आती है और खर्च बढ़ता है। छत पर या सीढ़ियों के नीचे कबाड़ जमा करके रखना भी आर्थिक नुकसान का कारण बनता है।

* ध्यान रखें पानी की निकासी

वास्तुशास्त्र के अनुसार, जल की निकासी कई चीजों को प्रभावित करती है। जिनके घर में जल की निकासी दक्षिण या पश्चिम दिशा में होती है उन्हें आर्थिक समस्याओं के साथ अन्य कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उत्तर दिशा एवं पूर्व दिशा में जल की निकासी आर्थिक दृष्टि से शुभ माना गया है।

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