यूपी में गायों और सांड़ों को मिला अधिकार, अब ऐसे होगी उनकी पहचान

अभी तक देश में हर आदमी की पहचान आधार है जोकि एक नंबर है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश में गाय और सांड़ की पहचान भी अब नंबर से होगी. योगी सरकार के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश में गौशालाओं में गायों और सांड़ों को नंबर दिया जा रहा है और यही उनका आधार है जोकि उनकी पहचान है.

योगी सरकार के फरमान के बाद गाजियाबाद में सड़कों पर घूम रहे गाय और सांड़ों को पकड़ कर गौशाला में रखने का आदेश दिया था लेकिन अब गायों और सांड़ों को पहचान नंबर मिल रहा है. अब यूपी में गाय और सांड़ भी कह सकेंगे कि हम लावारिस नहीं हैं क्योंकि उनको भी नई पहचान मिल जाएगी.

गाजियाबाद के नंदी पार्क में 3000 से ज्यादा गाय और सांड़ हैं जिनको पीले रंग में एक नया टैग नंबर मिला है. इसमें नंबर से पता चल जाएगा कि कौन सी गाय या सांड़ है, कौन सी नस्ल का है, इसका रंग क्या है और क्या वो इस्तेमाल लायक है या नहीं. इसका रिकॉर्ड रखा जाएग. अभी तक 101 गाय और सांड़ों को नंबर मिल चुका है. इस अभियान का मकसद है गो तस्करी से बचाना. इसके अलावा गौशालाओं से भागने वाले जानवरों को न सिर्फ सुरक्षा मिलेगी बल्कि उनके बारे में सही जानकारी मिल पाएगी.

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यूपी सरकार पशु चिकिस्था विभाग के संयुक्त निदेशक बिजेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि यूपी सरकार के नए आदेश के मुताबिक इनको नंबर दिए जा रहे हैं. इसी नंबर से उनके बारे में सारी जानकारी किसी को भी मिल सकती है क्योंकि उनका पूरा रिकॉर्ड रखा जा रहा है. पहले नंबर के जरिए उनको व्यवस्थित किया जा रहा है. इसके बाद इनके गोबर का इस्तेमाल खाद बनाने में भी किया जाएगा.

गाजियाबाद नंदी पार्क के सुपरवाइजर अशोक का कहना है कि इनकी नसबंदी भी की जा रही है. साथ ही कहीं और पशु सड़कों पर हैं तो इनको पकड़ने की कवायद भी चल रही है. सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में इसको डिजिटाइज भी किया जाएगा. मतलब मोबाइल में जिस तरह से चिप का इस्तेमाल किया जाता है, ठीक उसी तरह चिप भी लगाया जाएगा. 

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