यूपी: बलरामपुर और तुलसीपुर नगर में मूसलाधार वर्षा ने लोगों की बढ़ा दी मुसीबत, जिले के 300 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

गोंडा- बलरामपुर जिले में राप्ती नदी की बाढ़ से हाहाकार मच गया है। पहाड़ी नालों की बाढ़ ने तराई में भारी तबाही मचाई है। करीब 300 गांव नदी की बाढ़ से प्रभावित हैं। बौद्ध परिपथ पर पानी बहने से तुलसीपुर तहसील का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। जिले में 12 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।

यूपी: बलरामपुर और तुलसीपुर नगर में मूसलाधार वर्षा ने लोगों की बढ़ा दी मुसीबतें, जिले के 300 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी

नेपाल बैराज से छोड़े गए पानी का असर जिले में सोमवार को दिखा। भोर होते-होते करीब 300 गांवों में राप्ती नदी की बाढ़ का पानी घुस गया। सदर तहसील अंतर्गत गंगाबक्श भागड़ सहित आधा दर्जन गांव के लोगों ने भयवश घर छोड़ दिए। ग्रामीणों ने बाढ़ चौकियों में शरण ली है। बौद्ध परिपथ स्थित बेलहा डिप पर करीब तीन फीट पानी बह रहा है।

सदर तहसील के जोगिया कला, गंगापुर बांकी, चौकाखुर्द, ढोढ़री, बलरामपुर देहात, बनकटवा खुर्द, कादीपुर कोड़री, करमहना, लखमा, महुआ, बभनपुरवा, अल्लीपुर खुर्द, प्रानपुर, कोलुहिया, महरी, फत्तेपुर व रुस्तमनगर सहित तमाम गांवों में पानी घुसा हुआ है। कई प्रमुख मार्गों पर आवागमन बंद हो गया है। तुलसीपुर नगर में नकटी पहाड़ी नाला का पानी घुस गया है। 

देवीपाटन मंदिर तक पहुंचा पानी

शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर का आधा गेट पानी में डूबा है। तराई में खरझार नाले का पानी कई दर्जन गांव में घुसा है। गैसड़ी व पचपेड़वा में भी नालों की बाढ़ से भारी तबाही हुई है। राप्ती नदी खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। केन्द्रीय जल आयोजन के अनुसार सोमवार रात आठ बजे तक नदी का जलस्तर 105.55 सेंटीमीटर पहुंचने की संभावना है। वर्ष 2014 में नदी का जलस्तर 105.51 सेंटीमीटर पहुंचा था। इस बार पिछला रिकार्ड टूटने के आसार हैं। तराई में नाले की बाढ़ का पानी कौवापुर ब्लाक तथा बैंक में घुस गया है। 

बिजली व्यवस्था ध्वस्त

कई विद्युत सब स्टेशन में पानी घुसने से जिले की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। डीएम राकेश कुमार मिश्र ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। एनडीआरएफ एवं पीएसी टीमें बाढ़ पीड़ितों की सहायता में लगी हैं।

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