युवा पीढ़ी पर ‘वैलेन्टाइन डे’ के कुप्रभावों को रोकने की जोरदार पहल

वैलेन्टाइन डे को फैमिली यूनिटी डे के रूप में मनाने का सीएमएस प्रधानाचार्याओं ने किया आह्वान

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल की संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी एवं डा. भारती गाँधी के मार्गदर्शन में सी.एम.एस. के सभी 18 कैम्पस की प्रधानाचार्याओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं लगभग 56,000 छात्रों ने ‘वैलेन्टाइन डे’ को ‘फैमिली यूनिटी डे’ के रूप में मनाने का आह्वान किया है। सी.एम.एस. प्रधानाचार्याओं ने देश के सभी शिक्षकों, अभिभावकों, युवा पीढ़ी व समस्त नागरिकों से अपील की है कि 14 फरवरी को संत वैलेन्टाइन के शहीदी दिवस ‘वैलेन्टाइन डे’ को ‘फैमिली यूनिटी डे’ के रूप में मनाएं एवं पारिवारिक एकता को मजबूत कर संत वैलेन्टाइन को सच्ची श्रद्धान्जलि अर्पित करें क्योंकि इसी पारिवारिक व सामाजिक एकता हेतु संत वैलेन्टाइन ने अपने जीवन का बलिदान दिया था।

इसी संदर्भ में एक अनौपचारिक वार्ता में सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि ‘वैलेन्टाइन डे’ विदेश से लाया गया एक ऐसा प्रचलन है जिसने हमारे समक्ष काफी असमंजस तथा सामाजिक पतन की स्थिति पैदा कर रखी है तथापि ‘वैलेन्टाइन डे’ की मूल एवं पवित्र भावना को भुला दिेये जाने के कारण यह पवित्र दिन विकृत रूप लेता जा रहा है जिससे युवा पीढ़ी दिशाभ्रमित हो रही है। संत वैलेन्टाइन ने तो पारिवारिक सुदृढ़ता एवं विवाह जैसी पवित्र सामाजिक संस्था के लिए अपने जीवन को कुर्बान कर दिया, इतने पर भी कुछ स्वार्थी लोगों ने महान संत वैलेन्टाइन के शहीद दिवस ‘‘14 फरवरी’’ को एक सस्ते मनोरंजन व गन्दे मजाक का विकृत रूप दे दिया है।

डा. गाँधी ने जोर देते हुए कहा कि वैलेन्टाइन डे का विकृत रूप भावी समाज में अबोध बच्चों को एक चरित्रहीन तथा बीमार पीढ़ी को अस्तित्व में लायेगा। ऐसे में जरूरी है कि किशोर एवं युवा पीढ़ी को वैलेन्टाइन डे का सही अर्थ, सही स्वरूप व सच्ची भावना से अवगत कराकर इसके प्रतिकूल प्रभावों से बचायें। आज जरूरत है कि पारिवारिक एकता का संदेश पूरी दुनिया को देने वाले संत वैलेन्टाइन के ‘शहीद दिवस- 14 फरवरी’ पर श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएं एवं पारिवारिक-सामाजिक एकता व विवाह जैसी पवित्र संस्था की रक्षा के लिए किये गये बलिदान तथा त्याग के बारे में युवा पीढ़ी को सही जानकारी दी जाए।

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