मोरपंख से जुड़े ऐसे टोटके जो बदल देंगे आपका जीवन…
भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट की शोभा बढ़ाने वाला मोरपंख बहुत पवित्र माना जाता है। इस मोरपंख का ज्योतिष विद्या में विशेष स्थान है। ज्योतिष में पोरपंख को नौ ग्रहों का प्रतिनिधि माना जाता है। इसी वजह से मोरपंख से जुड़े कुछ ऐसे उपाय ज्योतिष विद्या में बताए गए हैं जिनसे इंसान अपने जीवन की बड़ी मुश्किलों से पार पा सकता है।
दुश्मन से मुक्ति पाने के लिए
हर किसी के जीवन में ऐसा इंसान जरूर होता है जो किसी न किसी तरीके से उसे परेशान कर रहा होता है। ऐसे इंसान से मुक्ति पाने के लिए मोर पंख के टोटके को आजमाया जा सकता है। किसी मंगलवार या शनिवार को हनुमानजी की प्रतिमा के मस्तक पर लगे सिंदूर से एक मोरपंख पर परेशान करने वाले दुश्मन का नाम लिखें तथा घर के मंदिर में रात भर रखें। सुबह उठकर बिना नहाए-धोए तथा बिना किसी से बात किए बहते पानी में उस मोरपंख को बहा दें। ऐसा करने से आपके जीवन से वो दुश्मन आपका दोस्त बन जाएगा।
रुके हुए काम पूरे करने और धन-वैभव लाने के लिए
मोरपंख अटके हुए काम को पूरा करने में भी मदद कर सकता है। साथ ही ये आपके धन और वैभव में भी बढ़ोतरी करता है। इसके लिए पर एक मोरपंख को राधाकृष्ण मंदिर में स्थापित करें। हर रोज़ 40 दिन तक उसकी पूजा करें। उसके बाद उसे अपने लॉकर या जहां कीमती सामान रहते हों वहां रख दें। इससे आपकी संपत्ति बढ़नी शुरु हो जाएगी। आपके अटके काम भी पूरे होंगे।
कालसर्पयोग दोष के लिए
कुंडली में कालसर्पयोग दोष अशुभ माना जाता है। इसे दूर करने के लिए अपने तकिये के गिलाफ या कवर में 7 मोर डालें। ऐसा सोमवार की रात को करें और उस तकिये पर सिर रखकर सो जाइये। आपके सोने वाले कमरे की पश्चिम दिशा वाली दीवार पर 11 मोरपंख लगाने चाहिए। इससे कुंडली में राहू-केतू का अशुभ प्रभाव कम हो जाएगा और आप कालसप्रयोग दोष से मुक्ति पा लेंगे। ये सब इसलिए होता है क्योंकि मोर सर्प का दुश्मन है।
जिद्दी बच्चों को ठीक करने के लिए
बच्चे थोड़े बहुत तो ज़िद्दी होते ही हैं लेकिन अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा जिद्दी हो गया है और किसी की कोई बात नहीं मानता तो आप घर में मोरपंख ले आइये। इस मोरपंख से पंखा बनाकर बच्चे को हवा करें या सीलिंग पर उसे चिपका दें। इसकी हवा से बच्चे में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
शिशु को नज़र से बचाने के लिए
नवजात शिशु को नजर बहुत जल्दी लग जाती है। अगर आप उसे नजर से बचाना चाहते हैं तो एक चांदी के ताबीज़ में मोर पंख भरकर बच्चे के सिरहाने रखें। ऐसा करने से उसे न नजर लगेगी न ही वो डरेगा।